सुविवि में अजा जजा के 453 विद्यार्थी सम्मानित
Udaipur. जनजाति आयोग के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने कहा कि शिक्षा को केवल डिग्री ओर रोजगार तक सीमित ना रख कर इससे जीवन निर्माण भी हो ऐसा लक्ष्य होना चाहिए। उरांव ने कहा कि आप चाहे राजनीति का हिस्सा ना बने लेकिन स्वयं को इतना सशक्त बनाएं कि आप सब राजनीति में बदलाव का कारक बन जाएं।
वे रविवार को मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के अजा-जजा प्रकोष्ठ के तत्वावधान में आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में अजा-जजा के 453 प्रतिभावान विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। उन्होंसने कहा कि सरकार द्वारा आदिवासी क्षेत्रों के लिए आवंटित राशि का पूरा और प्रभावी उपयोग हो ताकि इस वर्ग को इसका पूरा लाभ मिल सके। उन्होंने सम्मानित विद्यार्थियों से कहा कि आज जमाना बदल गया है प्रतियागिता भी बढ गई है इसके लिए खुद को तैयार करना होगा। आरक्षण की बात पर उन्होंने कहा कि सामाजिक न्याय और सत्ता में भागीदारी के लिए आरक्षण आवश्यक है।
मानव संसाधन विकास मन्त्रालय के संयुक्त सचिव आर. पी. सिसोदिया ने कहा कि विद्यार्थियों को हर बदलाव पर नजर रखनी चाहिए तथा खुद को तकनीकी तौर पर सक्षम बनाना चाहिए ताकि वह हर मोर्चे पर खुद को साबित कर सके। विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति विनोद शंकर दवे ने गीता के श्लो क का उदाहरण देते हुए कहा कि जब हम कर्तव्य पूरी निष्ठा से करते हैं तो अपना अधिकार छीनने की ताकत स्वत: ही आ जाती है, इसलिए उड़ने की क्षमता भी खुद ही विकसित करनी होगी किसी अन्य के कंधों पर उडा़न कभी नहीं भरी जा सकती। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि यह समय आत्मनिरीक्षण का समय है। लगातार काम करने का समय है। उन्होंने कहा कि वे 80 बरस के हैं लेकिन अब भी रोजाना 16 घंटे काम करते है।
युवा एवं खेल मामलों के राज्य मन्त्री मांगीलाल गरासिया ने कहा कि वे इस विवि के पूर्व छात्र है तथा उन्हें इस पर गर्व है। उन्होंने सम्मानित हुए विद्यार्थियों से कहा कि वे अपनी ताकत को पहचाने तथा प्रगति के अवसरों को पहचानते हुए आगे बढें। कार्यक्रम का अध्यक्षीय उद्बोधन कुलपति प्रो आईवी त्रिवेदी ने दिया। उन्होंने विवि में अजा जजा विद्यार्थियों के लिए किए जा रहे कामकाज के बारे में भी बताया। मंच पर उदयपुर सांसद रघुवीर मीणा तथा जजा आयोग के सदस्य पूर्व सांसद भैरुलाल मीणा तथा कार्यक्रम समन्वयक डॉ. संजय लोढा भी उपस्थित थे। सन 2006 से 2011 तक की विभिन्न परीक्षाओं में अव्वल रहने वाले, नेट स्लेट उत्तीर्ण करने वाले तथा खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अजा जजा के 453 विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। प्रारम्भ में अजा-जजा प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. हनुमान प्रसाद ने सभी का स्वागत किया। रजिस्ट्रा्र एल. एन. मंत्री ने धन्यवाद दिया। संचालन डॉ. नीतू परिहार ने किया।