शिव परिवार और कष्टभंजन हनुमानजी की प्राण-प्रतिष्ठा आज
गंगाजल से हुआ प्रतिमाओं का अभिषेक
Udaipur. काली कल्याण धाम मादड़ी में चल रहे चार दिवसीय नवकुण्डीय शिवशक्ति महायाग और प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के तीसरे दिन निकली कलश यात्रा में सैकड़ों महिला-पुरुष श्रद्धालुओं ने भाग लिया। धाम से कलश लेकर माताएं बहने मादड़ी रोड स्थित कुएं पर गई जहां से गंगा मैया और भैरव भगवान के जयकारों के साथ कलश में पवित्र जल भर वापस धाम पहुंची।
इस जल से शिव परिवार और हनमुमानजी महाराज की प्रतिमाओं का वैदिक मंत्रों के साथ अभिषेक किया गया। यज्ञाचार्य के सानिध्य में हो शिवशक्ति महायज्ञ और शतचंडी पाठ के दर्शन करने हजारो भक्त धाम पर पहुंचे। महायज्ञ के चलते रविवार को प्रात पूजन के बाद मूर्तियों का शयनाद्यिवास हुआ और उसके बाद सांध्यकर्म किया गया।
संतों का बहुमान : मंहत भीमसिंह चौहान ने महायज्ञ में निमंत्रित संतो के पधारने पर उनका बहुमान किया। जिसमें मेवाड़ महामंडलेश्वर मंहत रासबिहारी शरण, डूंगरपुर के मंहत राधाकृष्ण दास, उतरप्रदेश से आए महंत दिव्यचेतन दास, रतलाम के शितल धाम से दिगम्बर संत योगेन्द्रसागर महाराज की शिष्या डॉ सरिता जैन, कल्लाजी के मुख्य शक्तिपीठ श्री कल्याण धाम रंदेला के गादीपति शंभूसिंह राठौड़, महंत अशोक परिहार, देबारी मठ से कैलाशपुरी समेत मेवाड़ वगाड़ और बाहर से पधारे करीब 30 सेवक, संत, गादीपतियों, मंहतों, यज्ञाचार्यों और भोपों का शॉल, उपरना ओढ़ाकर और श्रीफल भेंटकर स्वागत सत्कार किया गया।
धर्मसभा और प्राण प्रतिष्ठा 20 को : चार दिवसीय महोत्सव के अध्यक्ष मानवेन्द्रसिंह ने बताया कि 20 मई वैशाख शुक्ल दशमी को सुबह 11 बजे से धर्मसभा होगी जिसमें साबरमती हनुमान टेकरी आश्रम मोटेरा के मंहत प्रेमदास महाराज मुख्य अतिथि होगे। इनके अलावा धर्मसभा में अतिथि के रूप में इलाहबाद निरंजनी अखाड़ा के मंहत नरेन्द्रगिरी,खाकी श्री मानस मंदिर ट्रस्ट इंदौर के मंहत मंगलदास महाराज,शारणेश्वर मंदिर डूंगरपुर के मंहत फतहगिरी महाराज, जूनागढ़ के कल्याणपुरी महाराज एवं हारिज गुजरात के मंहत धनश्यामभाई प्रजापति, सूरजपोल हनुमान मंदिर के महंत सुरेश गिरी समेत कई साधु संत भाग लेगे। इसके बाद शुभ मुहूर्त में शिव परिवार और हनुमानजी महाराज की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा दोपहर 2.30 से 3.50 बजे तक की जाएगी उसके बाद 4.30 से शाम 5 बजे महायाग की पूर्णाहूति होगी। पूर्णाहूति के बाद महाप्रसादी होगी। महाप्रसादी में करीब 10 हजार भक्तजनों के लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था रहेगी।