सेवानिवृत्तन अभियंता जी. पी. सोनी ने कहा
Udaipur. हमारी सरकार स्थानीय विकास में जनभागीदारी की मात्र खानापूर्ति करती है। उत्तरदायी संस्थाओं व व्यक्तियों के सुझावों पर न तो गंभीर चिन्तन और न ही उनसे विचार विमर्श करती है। इस कारण स्थानीय विकास की परियोजनाएँ भारी लागत के बाद भी वांछित परिणाम नहीं दे पाती है।
ये विचार इंजीनियर जी. पी. सोनी ने उदयपुर विचार मंच द्वारा ”स्थानीय विकास में जन भागीदारी सुनिश्चित हो“ विषयक कार्यगोष्ठी में व्यचक्त” किए। इसका आयोजन राजस्थान विद्यापीठ सभागार, टाउन हाल रोड़ में हुआ। उन्होंरने कहा कि स्थानीय विकास के लिए कम लागत की परियोजनाएं निर्धारित अवधि में तथा दीर्घकाल के लिए उपयोगी हो, ऐसी बननी चाहिए। उन्होंाने कहा कि इसमें बदलाव के लिए उन्होंने अमेरिका के क्लीवलैण्ड व उसके समानांतर उदयपुर का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि उस शहर ने कम समय में हमारे कई गुना अधिक प्रगति की क्योंकि वहां स्थानीय विकास स्वायत है। वहां की प्रत्येक विकास समिति में पार्षद व जनप्रतिनिधियों के साथ उन्हें परामर्श एवं नियंत्रित करने के लिए दक्ष लोगों की भागीदारी है।
मंच ने गोष्ठी में आये सुझावों के आधार पर नागरिक सेवाओं, नगर नियोजन, स्वच्छता, विद्युत व्यवस्था, पुलिस, न्याय व्यवस्था, ट्राफिक नियंत्रण, वृक्षारोपण, उद्यानों का विकास, झीलों का संरक्षण, सीवरेज, आयड़ नदी विकास, चिकित्सा व्यवस्था आदि में अलग-अलग प्लानिंग एवं क्रियान्वयन कमेटी बना कर शहर के चुनिन्दा विकास के योग्य व्यक्तियों को इसमें जोड़ें तो सरकार को मुफ्त में अच्छी राय व सहयोग प्राप्त हो सकता है।
मंच के महासचिव भंवर सेठ ने कहा कि जिला प्रशासन, नगर निगम व उदयपुर नगर विकास प्रन्यास इसमें पहल करे तो उदयपुर की जनता अपनी स्वेच्छिक सेवाएँ देने के लिए तैयार है। इस अवसर पर गोष्ठी में बी.एल. मंत्री, डॉ. लक्ष्मीनारायण नन्दवाना, डा. देव कोठारी, प्रो. राजमल लोढ़ा, इंजी. मोतीसिंह खमेसरा, इंजि. कृष्ण चन्द्र श्रीमाली, इंजीनियर अब्दुल अजीज खान, शांति भण्डारी, मुरलीधर गट्टानी, कन्हैयालाल नलवाया, फतहलाल मेहता, प्रतापसिंह झाला, मानमल कुदाल, दिलीप दक आदि ने बहुमूल्य सुझाव दिये और मांग की कि एक नगर नियोजन समिति का गठन किया जाये जो स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ मिलकर निःशुल्क अपनी एक्सपर्ट सेवाएँ प्रदान कर सके। अन्त में मंच के उपाध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीनारायण नन्दवाना ने धन्यवाद दिया।