सभी राजनीतिक दल, सर्व समाज आए एक मंच पर
Udaipur. नगर के सभी राजनीतिक दलों, छात्र संगठनों सहित विभिन्नत समाजों के संगठनों ने हाईकोर्ट बैंच की मांग को वाजिब बताते हुए इसे जनजाति बहुल संभाग उदयपुर के लिए महती बताया और यहां बैंच लाने के लिए हुंकार भरी।
गत 30 वर्षों से मेवाड-वागड़ हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के तत्वावधान में चल रहे आंदोलन के तहत गुरुवार को बार सभागार में सभी की संयुक्त् बैठक हुई। बार अध्यक्ष भरत कुमार जोशी ने बाहर से आए पदाधिकारियों का स्वागत किया। मेवाड़-वागड़ हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के महासचिव शांतिलाल पामेचा ने उदयपुर में हाईकोर्ट बैंच की महती आवश्यकताएं बताई।
बैठक में शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष नीलिमा सुखाडिया ने कहा कि पूर्व में उदयपुर में राजस्थान उच्च न्यायालय स्थापित था परन्तु वह स्थानान्तरित कर दिया है। क्षेत्र की गरीब, आदिवासी, निर्धन जनता को सस्ता, सुलभ न्याय दिलाने के लिए राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार से बात करेंगी तथा चुनाव के घोषणा-पत्र में उदयपुर में राजस्थान उच्च न्यायालय की खण्डपीठ स्थापित करने की मांग को सम्मिलित करवाएंगी।
शहर जिला भाजपा अध्य क्ष दिनेश भटृ ने कहा कि 47 प्रतिशत राजस्व राजस्थान सरकार को उदयपुर से दिया जाता है। इस कारण इस क्षेत्र को वाजिब न्याय दिलाने के उद्वेश्य से उदयपुर शहर में हाईकोर्ट बैंच स्थापित करना आवश्यक है। जिले के भारतीय जनता पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में उक्त मांग को सम्मिलित करवाएंगे। पूर्व विधायक मेघराज तावड़, माकपा के बंशीलाल सिंघवी आदि ने भी ऐसे की प्रस्ताषव रखे। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत ने कहा कि यह क्षेत्र अति पिछडा क्षेत्र है इसलिए हाईकोर्ट बैंच उदयपुर में स्थापित करना आवश्यक है।
समिति के संयोजक रमेश नंदवाना ने सभी से प्रस्ताव पारित कराया कि पुरजोर मांग की जाती है कि गरीब आदिवासी बहुल पिछड़े क्षेत्र की जनता को शीघ्र, सुलभ एवं त्वरित न्याय के लिए राजस्थान उच्च न्यायालय की स्थायी पीठ की उदयपुर में स्थापना की जल्दीक घोषणा की जाए। अब तक कोई परिणाम नहीं निकलने से 12 अगस्त को जनजाति आयुक्त कार्यालय पर शांतिपूर्वक धरने व घेराव में अधिकाधिक संख्या में सम्मिलित होकर सहयोग प्रदान करने का आग्रह भी किया गया।
बैठक में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा शहर जिला अध्यक्ष राजेन्द्र सिंह जगत, सत्यपाल सिंह डोडिया, पार्षद मोहम्मद अयूब, दलपत सुराणा, दिपांकर चक्रवती, सरदार विरेन्द्र सिंह, पार्षद किरण जैन, पार्षद मोहम्मद खलील, पार्षद प्रेमसिंह शक्तावत, दुर्गेश, मुस्लिम महासभा के संभागीय अध्यक्ष हाजी मोहम्मद बक्ष, पी. एस. खिंची, भूपतसिंह मीणा, सोमेश्वर मीणा, भंवर सेठ, सूर्यप्रकाश सुवालका, प्रभुलाल साहू तथा केन्द्रीय छात्रसंघ मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के पंकज बोराणा और रविकांत त्रिपाठी आदि वक्ताओं ने सम्बोधित किया। बैठक में भारतीय मजदुर संघ, समाजवादी पाटी, राष्ट्रीय सिक्ख संगठन, भारतीय सिन्धु सभा, उदयपुर टेक्स बार, हिन्दू जागरण मंच, जंगल जमीन आंदोलन, बजरंग सेना, श्रीराम बजरंग सेना मेवाड, हिन्दू महासेना टाईगर फोर्स, तैलीक साहु समाज, जनहित सेवा समिति, आर्य समाज, सगस जी बावजी सेना, राजस्थान आदिवासी संगठन के अलावा अन्य संगठन के पदाधिकारी सम्मिलित हुए। संचालन ब्रजेन्द्र सेठ, जिला महासचिव मनीष शर्मा, बार एसोसिएशन महासचिव भरत कुमार वैष्णव द्वारा किया गया। धन्यवाद जिला हाईकोर्ट बैंच संघर्ष समिति के संयोजक सत्येन्द्रपाल सिंह छाबड़ा ने किया।