गायों की मौत का मामला
फतहनगर. यहां की श्रीकृष्ण महावीर गोशाला में सात माह के दौरान 150 गायों की मौत के मामले में लोग सार्थक पहल चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि गायों की अनवरत मौतें अब तक रहस्य बनी हुई है।
गोशाला प्रबन्धन इसे पॉलीथिन सेवन से मौत होना बता रहे हैं तो कुछ लोग गौ शाला परिसर में किसी प्रेतात्मा के साये को इसका कारण मान रहे हैं। कारण कुछ भी हो लेकिन नगर के लोग गायों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास चाहते हैं। करीब पांच सौ से अधिक गायें एवं बैल गौ शाला मे है लेकिन इनकी देखभाल के लिए दो जने ही लगे हैं। इससे गायों की देखभाल आदि प्रभावित हो रहे हैं। गौ शाला परिसर में कुछ भाग कवर्ड है लेकिन इस भाग में भी सर्वत्र कीचड़ गायों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। इसके अलावा खुला परिसर भी कीचड़ से भरा होने के कारण गायों के बैठने तक के लिए कोई सुरक्षित स्थान भी नहीं बचा है। दिन तो दिन रात भी गायें खड़ी-खड़ी गुजारने पर मजबूर हैं। चरागाह की सोचना तो दूर की बात है। इस मामले को लेकर गौ शाला के जगदीश मून्दड़ा ने बताया कि 4 कर्मचारियों की डिमांड है तथा इसके लिए प्रयास जारी हैं परन्तु अब तक कोई इस काम के लिए आगे नहीं आया है। गौ वंश तस्करों के कब्जे से आजाद किए गए करीब 150 बैल भी इसी गौ शाला में है। इनके भरण पोषण के लिए सरकारी मदद नहीं मिल रही है। गौ शाला में क्षमता से अधिक गौ वंश होने के बाद अब इसमें गौ वंश लेना भी बंद कर रखा है।