Udaipur. कहते हैं कि अगर एक आंवला प्रतिदिन खाएं तो संभवत: जिंदगी भर चिकित्सक का मुंह नहीं देखना पड़ेगा। इनका सीजन भी आ गया है और वर्तमान में पेड़ों पर आंवलों की बहार है।
जिले के फतहनगर क्षेत्र में बारिश का दौर समाप्तय होने के बाद आंवलों से लकदक पेड़ यत्र-तत्र देखे जा सकते हैं। आंवलों को कई रूप में खाया जाता है। आंवलों का मुरब्बा, चटनी या फिर सब्जीज के रूप में भी आंवले खाए जाते हैं। आंवलों का रस तो बहुपयोगी बताया जाता है। बाजार में फिलहाल आंवलों की बहार है। 15 से 20 रुपए किलो के भाव से आंवले बिक रहे हैं। तो फिर देर किस बात की… शुरू हो जाइये.. और चिकित्सक से दूर रहिये।