लघु एवं मध्यम उद्योगों हेतु वित्तीय सुविधाएं पर राष्ट्रीय संगोष्ठी
Udaipur. लगभग 95 प्रतिशत लघु एवं मध्यम उद्योग इकाइयों को बैंकों से वित्तीय सुविधा प्राप्त नहीं हो पाती क्योंकि बैंक लघु उद्योगों में निवेश को सबसे ज्यादा जोखिम का व्यवसाय मानते है। लघु उद्योग वर्ग ‘वोट बैंक’ की श्रेणी में नहीं आता है जिस के कारण यह राजनैतिक दलों के लिए भी कोई विशेष महत्त्व नहीं रखते।
यह जानना है लघु उद्यमियों का जो उदयपुर चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री एवं जर्मन संस्था जेड.डी.एच./सीक्वा के संयुक्त तत्वावधान में होटल ट्राईडेन्ट में ”लघु एवं मध्यम उद्योगों हेतु वित्तिय सुविधाएं“ विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में यहां आए। इनका यह भी मानना है कि सरकारी विभागों के अधिकारियों का रवैया भी लघु उद्यमियों के प्रति उपेक्षापूर्ण रहता है। यहां तक की युवा वर्ग भी केवल बड़े उद्योगों में ही नौकरी के लिए प्रयासरत रहता है, लघु उद्योगों के लिए नहीं।” संगोष्ठी में उत्तौर प्रदेश, पंजाब, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक एवं तमिलनाडु राज्य से आये लघु उद्यमियों ने भाग लिया।
संगोष्ठी में सीक्वा, जर्मनी के प्रोजेक्ट डायरेक्टर जुरगेन हैन्कल, जेडीएच, बर्लिन के सेक्रेटरी जनरल होल्जर श्वाननेक, नेशनल स्मॉल इण्डस्ट्रीज काउन्सिल के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. एच.पी. कुमार, सिडबी के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर सुशील महनोत, जेड.डी.एच./सीक्वा पार्टनरशिप प्रोजेक्ट के डायरेक्टर अरुणाचलम कार्तिकेयन मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित थे। यूसीसीआई के मानद महासचिव आशीष छाबड़ा ने लघु उद्योग इकाइयों के समक्ष वित्तीय संसाधन जुटाने हेतु पेश आ रही समस्याओं का जिक्र करते हुए इनके निराकरण के उपायो पर प्रकाश डाला।
तकनीकी सत्र के दौरान अरनेस्ट एन्जिल फण्ड के सुनील गोयल, सुयश एसोसिएट्स के सेतुराम, बिब्बी फायनेशिल सर्विस के विकास नन्दा, इण्डियन इण्डस्ट्रीयल एसोसिएशन के अनिल गुप्ता समेरा क्रेडिट रेटिंग एजेन्सी के निलेश दडपे, यस बैंक एवं आईसीआईसीआई बैंक के रीजनल हेड द्वारा लघु उद्योग इकाइयों हेतु उपलब्ध वित्तीयय सुविधाओं पर पत्रवाचन किया गया। संचालन जेडडीएच/सिक्वा के प्रोजेक्ट मैनेजर रवि अग्रवाल ने किया। संगोष्ठी में तमिलनाडू चेम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इण्डस्ट्री, फरिदाबाद स्माल स्केल इण्डस्ट्रीज एसोसिएशन, मध्यप्रदेश लघु उद्योग एसोसिएशन, आन्ध्रप्रदेश चेम्बर ऑफ कॉमर्स, कर्नाटक चेम्बर ऑफ कॉमर्स, मोहाली इण्डस्ट्रीयल एसोसिएशन आदि से आये लघु उद्यमियों ने हिस्सा लिया।