मदन मुनि का दीक्षा दिवस मना
फतहनगर. मावली तहसील के घासा गांव में महावीर भवन में सोमवार को मेवाड़ प्रवर्तक महाश्रमण मदन मुनि का ६०वां दीक्षा दिवस विभिन्न कार्यक्रमों के साथ मनाया गया। दीक्षा दिवस को लेकर देश एवं प्रदेश के दूर दराज के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग घासा पहुंचे। सुबह जुलूस निकाला गया तथा इसके बाद महावीर भवन में धर्मसभा का आयोजन किया गया जहां पर समाजजनों ने महाश्रमण का बहुमान किया।
रक्तदान का आयोजन किया जिसमें ५१ जनों ने रकतदान किया। इस अवसर पर ६० मध्यम परिवारों को १५-१५ दिन का खाद्य पैकेज प्रदान किया गया। सभी ने मदनमुनि के दीर्घायु जीवन की कामना की। इस अवसर पर मदन मुनि ने फरमाया कि मनुष्य के जीवन में गुणों का महत्व होता है। गुणों के बिना मनुष्य की कोई कीमत नहीं है। उन्होने कहा कि जिस हीरे पर पानी न हो वह हीरा न होकर कंकड़ है। जिसके जीवन में त्याग,संयम,सद्गुण व सदाचार होते हैं वही व्यकित पूजनीय होता है। डॉ.सुभाषमुनि ने कहा कि जो मनुष्य संयम व त्याग स्वीकार कर कठोरता से पालन करता है उसी का जीवन सार्थक है। प्रवर्तक मदनमुनि का जीवन भी निर्लिप्तता,सरलता एवं सादगी से परिपूर्ण रहा है। उन्होने कहा कि जिसका जीवन अनुशासित व धार्मिक होता है वही जीवन में विकास कर पाता है। इस अवसर पर दो मास खमण के पारणे भी करवाए गए। सभा में रविन्द्रमुनि,प्रदीप मुनि,लोकेश मुनि एवं धीरजमुनि आदि ने भी विचार व्यकत किए। संचालन समरथलाल बड़ालमिया ने किया। इस अवसर पर श्रीसंघ अध्यक्ष माधवलाल बड़ालमिया,चातुर्मास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष लक्ष्मीलाल डांगी समेत कई प्रमुख लोग मौजूद थे।