उदयपुर। अत्यधिक मांस, पालक, भिण्डी, स्ट्राबेरी, टमाटर, दूध, पनीर, मछली, अण्डा, लम्बी फली युक्त दालों से एवं रात्रि में भोजन करने व पानी कम पीने से पथरी होने की संभावना बढ जाती है।
शिविर प्रभारी आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. शोभालाल औदीच्य ने बताया कि इससे बचने के लिए समय पर भोजन करना, भोजन के 1 घण्टे पश्चात अत्यधिक पानी का प्रयोग करना, छाछ, तरबूज, रात्रि मे जल्दी भोजन करना चाहिए व वरूण की छाल, गोक्षुर, नारियल पानी, पाइनेपल जूस, केला, बादाम, निंबू, गाजर, करेला आदि का सेवन करने से पथरी रोग से बचाव संभव है। यह जानकारी उन्होंेने राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय में लगे शिविर में दी। शिविर में पथरी होने के कारण, बचने के उपायों पर पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई।