हिन्दुस्तान जिंक का एक और उल्लेखनीय कदम
उदयपुर। वेदान्ता समूह की जस्ता-सीसा एवं चांदी उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की सिन्देसर खुर्द खदान को वर्ष 2013 में ऊर्जा संरक्षण हेतु किए गए उल्लेखनीय कार्य के लिए भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय द्वारा द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
यह प्रतिष्ठित पुरस्कार नई दिल्ली विज्ञान भवन में 16 दिसम्बर को आयोजित समारोह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी एवं केन्द्रीय ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने सिन्देसर खुर्द खदान के इकाई प्रधान राजेन्द्र प्रसाद दशोरा को प्रदान किया गया। कार्यक्रम में दशोरा के साथ सिन्देसर खुर्द खदान के विद्युत विभाग के प्रबन्धक राजेन्द्र कुमार अग्रवाल भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि हिन्दुस्तान ज़िंक के सभी प्लांट केप्टिव पॉवर प्लान्ट से संचालित हैं जिनकी वर्तमान क्षमता 474 मेगावाट है। हिन्दुस्तान जिंक के एसोसिएट वाइस प्रेसीडेन्ट एवं हेड (कार्पोरेट कम्यूनिकेशन) पवन कौशिक ने बताया कि पवन ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये हिन्दुस्तान जिंक ने पवन ऊर्जा फार्मों का विस्तार भी किया है। यह फार्म गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु, राजस्थान और महाराष्ट्र में क्रियान्वित हो गये हैं जिससे हिन्दुस्तान ज़िक की पवन उत्पादन क्षमता 275 मेगावाट है। हिन्दुस्तान जिंक विश्वस का सबसे बड़ा जस्ता-सीसा उत्पादक है एवं वेदान्ता समूह भारत में एल्युमिनियम, कॉपर, आयरन ओर तथा चांदी का सर्वश्रेष्ठ उत्पादक है । हिन्दुस्तान जिंक देश की 90 प्रतिशत जस्ता की आपूर्ति कर रहा है।