शैक्षणेत्तर कर्मचारी कुलपति चल-वैजयंती खेलकूद का समापन
उदयपुर। महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ और प्रसार शिक्षा निदेशालय के तत्वावधान में राजस्थान कृषि महाविद्यालय के खेल प्रांगण में चल रहे खेलकूद का समापन व पारितोषिक वितरण शुक्रवार को हुआ। जनरल चैम्पियन शील्ड उदयपुर के सीटीएई कॉलेज ने प्राप्त की। मुख्य अतिथि कुलपति डॉ. ओ. पी. गिल थे। अध्यक्षता प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. आई. जे. माथुर ने की।
विशिष्ट अतिथि राजस्थान कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस. आर. मालू, निदेशक आवासीय निर्देशन डॉ. जी. एस. चौहान एवं निदेशक आयोजना एवं परिवेक्षण डॉ. जे. एल. चौधरी थे। समारोह के प्रारम्भ में केन्द्रीय शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ के अध्यक्ष करणसिंह शक्तावत ने बताया कि इस ग्यारहवीं प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय की 11 टीमों के 300 कर्मचारियों ने हिस्साॉ लिया। 106 एक्स-कैडर कर्मचारियों को नियमित करने हेतु कुलपति डॉ. गिल का आभार जताते हुए कर्मचारियों के प्रमोशन एव कन्फर्मेशन के कार्य नई सरकार के 60 दिन की विशेष योजना के तहत करवाने का अनुरोध किया।
कुलपति ने खेलों को खेल की भावना एवं अनुशासन के साथ खेलने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि व्यक्ति के जीवन में अनुशासन का बहुत महत्व है और अनुशासित जीवन के आधार पर वह प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है। उन्होंैने खेलों के समापन की घोषणा करते हुए द्वादश शैक्षणेत्तगर चल वैजयंती खेलकूद राजस्थान कृषि महाविद्यालय में आयोजित करने के लिए खेल ध्वज महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस. आर. मालू को सौपा।
अतिथियों द्वारा सभी विजेता टीमों को विभिन्न खेलों की ट्राफियॉं प्रदान की गई और खिलाड़ी कर्मचारियों को स्मृति चिह्न और प्रमाण-पत्र प्रदान किए गए। समारोह में इस वर्ष 2014 में सेवानिवृत्त होने वाले खिलाड़ी कर्मचारियों को विश्वविद्यालय के केन्द्रीय शैक्षणेत्तर कर्मचारी संघ द्वारा स्मृत्ति चिन्ह एवं शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान चारों दिन खेल समाचार का प्रकाशन किया गया।
फाइनल परिणाम इस प्रकार रहे:-
चौथे दिन हुए खेलकूद में बास्केटबाल के फाइनल में सीटीएई ने प्रशासनिक कार्यालय को 17-15 से हराया। वॉलीबॉल फाइनल में सीटीएई ने राजस्थान कृषि महाविद्यालय को 3-2 से पराजित किया। फुटबाल के फाईनल में सीटीएई ने आरसीए को 1-0 से पराजित किया। कबड्डी के फाईनल में सीटीएई की टीम ने प्रशासनिक कार्यालय की टीम को 43-39 से पराजित किया। रस्साकसी के फाइनल में सीसीपीसी की टीम ने गृह एवं डेयरी विज्ञान की टीम को 2-1 से कड़े एवं रोचक मुकाबले में हराकर विजय हासिल की। मार्च-पास्ट की शील्ड प्रसार शिक्षा निदेशालय की टीम को प्रदान की गई। जनरल चैम्पियनशिप सीटीएई को प्रदान की गई। बैडमिंटन के फाइनल मैच में प्रशासनिक कार्यालय ने सीटीएई को हराकर विजय हासिल की। साथ ही टेबल टेनिस के फाइनल मैच में प्रशासनिक कार्यालय के नरेन्द्र नलवाया एवं सोमशेखर व्यास की टीम ने सी.टी.ए.ई. के आर. पी. शर्मा एवं जगदीश तेली को पराजित किया।
100 मीटर की दौड़ में सी.टी.ए.ई. के शिवराम मीणा प्रथम एवं कोटा के खिलाड़ी राहुल गुप्ता द्वितीय स्थान पर रहे तथा 400 मीटर की दौड़ में सी.टी.ए.ई. के शिवराम मीणा प्रथम स्थान पर रहे, जबकि गृह विज्ञान महाविद्यालय के महेन्द्र मीणा द्वितीय स्थान पर रहे। लम्बीकूद में कोटा के राहुल गुप्ता प्रथम स्थान पर रहे, सी.टी.ए.ई. के भैरू लाल एवं गृह विज्ञान महाविद्यालय के महेन्द्र मीणा द्वितीय स्थान पर रहे। गोला फेंक प्रतियोगिता में डेयरी विज्ञान महाविद्यालय के हेमेन्द्र प्रजापत ने 22.10 फीट गोला फेंककर प्रथम स्थान प्राप्त किया। राजस्थान कृषि महाविद्यालय के अब्दुल मजीद खान एवं सी.टी.ए.ई. के प्यारे लाल पालीवाल ने 22.03 फीट गोला फेंककर द्वितीय स्थान प्राप्त किया। सी.टी.ए.ई. के शिवराम मीणा सबसे तेज धावक रहे।
सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी : वॉलीबॉल में आरसीए के शकूर मोहम्मद, बॉस्केटबॉल में प्रशासनिक कार्यालय के राजकुमार कोठारी, कब्बड्डी में आरसीएके के. डी. भीमावत, फुटबॉल में सीटीएई के मदन मोहन शर्मा, टेबल टेनिस में प्रशासनिक कार्यालय के नरेन्द्र नलवाया सर्वश्रेष्ट खिलाड़ी घोषित किये गए। इस खेलकूद के सर्वश्रेष्ठ आलराउन्डर का खिताब डेयरी विज्ञान महाविद्यालय के हेमेन्द्र प्रजापत को प्रदान किया गया। हूटिंग में सर्वश्रेष्ठ सीटीएई के गोपालसिंह और प्रशासनिक कार्यालय के भूपेन्द्र सिसोदिया रहे। इस अवसर पर गृह विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता डॉ. आरती सांखला, डेयरी एवं खाद्य विज्ञान महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. ए. के. सांखला, परीक्षा नियंत्रक डॉ. वीरेन्द्र नेपालिया, सहित कई अतिथि उपस्थित थे। कल रात्रि राजस्थान कृषि महाविद्यालय के सभागार में कमर्चारियों के मनोरंजन हेतु पश्चिम क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र के लोक कलाकारों द्वारा रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।