पुलिस अधीक्षक की पहली क्राइम मीटिंग
उदयपुर। अब शहर में बिना अनुमति कोई जुलूस नहीं निकल सकेंगे। अक्सर ऐसा होता है कि बिना अनुमति जुलूस निकाले जाते हैं। क्षेत्र में निकलने पर संबंधित थाना जांच करें और अनुमति नहीं होने पर कठोर कार्रवाई करें। कुछ ऐसे ही कडे़ फैसलों के साथ ‘टाइगर’ ने अपनी पहली क्राइम मीटिंग ली।
तीखे तेवरों के साथ जिले में नवपदस्थापित पुलिस अधीक्षक अजयपालसिंह लाम्बा शनिवार को पुलिस लाइन कॉन्फ्रेंस हॉल में पुलिस अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उनके यहां आने पर शहरवासियों को यकायक पूर्व पुलिस अधीक्षक दिनेश एमएन की याद हो आई जब शहर के अपराधियों की तौबा हो गई थी। उन्होंने ज्वाइनिंग के बाद पहली बार ली क्राइम मीटिंग में कहा कि परिवादी के थाने में आते ही उसे उचित रिस्पांस मिले, यह सुनिश्चित करें। थाना स्तर पर ही सारी कार्रवाई हो जाए ताकि उच्चाधिकारियों तक उसे जाने की नौबत ही नहीं आए।
स्कूल-कॉलेज में छात्राओं के साथ होने वाली छेड़छाड़ पर सख्ती से अंकुश लगे। भू माफिया, संगठित अपराधों पर विशेष कार्रवाई हो। नियत समय 8 बजे बाद तक खुली रहने वाली शराब की दुकान मालिकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें। ब्याज माफियाओं को भी चिहिृत कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें ताकि पीडि़तों को राहत मिल सके। इससे पहले उन्हों ने जिले के तीनों एएसपी, डिप्टी और थानाधिकारियों से परिचय लेकर उनकी पोस्टिंग के बारे में पूछा।