उदयपुर। माइंस में चोरी के संदेह के लेकर संदिग्ध अपराधियों से पूछताछ में एक चोर गिरोह का खुलासा हुआ है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी की कुछ वारदातों का खुलासा किया है, वहीं अन्य कई वारदातों के खुलासे की उम्मीद जताई है। पकड़े गए आरोपियों में से दो रिमांड पर हैं, जबकि एक को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
जिला पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा ने बताया कि उदयपुर शहर व आसपास ग्रामीण क्षेत्रों में हो रही चोरियों की वारदातों के खुलासे के लिए एएसपी हनुमान प्रसाद मीणा, गिर्वा डिप्टी दिव्या मित्तल के नेतृत्व में गोगुंदा थानाधिकारी हनवन्तसिंह, एएसआई शंकरलाल रावत, हैड कांस्टेबल सुल्तानसिंह, कांस्टेबल हीरालाल, वरदीचंद, नाथूलाल की टीम गठित की थी। इस टीम ने गोगुन्दा क्षेत्र में सक्रिय नकबजनों की जानकारी व पूछताछ शुरूकी। इसी दौरान भूताला गांव में माइंस पर घटित घटना को लेकर संदिग्धों से पूछताछ के लिए भूताला फला घाटी निवासी नारू पुत्र घेसाजी गमेती, गोपीलाल पुत्र खमाणाजी गमेती तथा दुर्गेश पुत्र लोगरजी गमेती ने माइंस में चोरी करना स्वीकार कर लिया। तीनों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तो उन्होंने लोसिंग गांव में सूने मकान में चोरी करने का प्रयास, भूताला गांव के कुएं से मोटर चोरी करना तथा मंदिर से भी चोरी करने की बात स्वीकार की है। उनसे और भी कई चोरी के मामलों में खुलासा की उम्मीद जता रही है। तीनों आरोपियों को आज अदालत में पेश किया, जहां से नारू व दुर्गेश को अदालत ने एक दिन के रिमांड पर सौंपा, जबकि गोपीलाल को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।