भविष्य क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी कार्यालय की एसओजी ने की जांच
उदयपुर। जमा योजनाओं में अच्छे लाभ का लालच देकर तीस हजार से अधिक निवेशकों की गाढ़ी कमाई हड़पने वाली भविष्य क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी का सीज दफ्तर बुधवार को जयपुर से आई एसओजी की टीम व उदयपुर पुलिस की मौजूदगी में खोला गया। इधर, शाम को सोसायटी के सचिव सचिव राजेश शर्मा व कोषाध्यक्ष अरविन्द मेहता ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आत्मसमर्पण कर दिया।
जानकारी के अनुसार जयपुर से आए एसओजी के एसपी सुरेंद्ग कुमार व पुलिस अधीक्षक अजयपाल लाम्बा की मौजूदगी में बुधवार सुबह करीब दस बजे सोसायटी के कार्यालय को खुलवाया गया। यहां से पुलिस ने 23 हार्ड डिस्क, एक सर्वर, तीन लैपटॉप के अलावा चेक रिकॉर्ड, लेजर व अन्य कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए। पुलिस को वहां नकद राशि भी मिली है, लेकिन उसका फिलहाल खुलासा नहीं किया है। पुलिस ने सोसायटी के कर्मचारियों की मौजूदगी में कार्यालय को खंगाला।
पांच राज्यों में कारोबार, तीस हजार निवेशक
प्रारंभिक जांच में पता चला कि भविष्य क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसायटी का कारोबार राजस्थान सहित पांच राज्यों में चल रहा था। इनमें मध्यप्रदेश, यूपी, दिल्ली, और गुजरात शामिल हैं। इन राज्यों में पंद्गह सौ से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं तथा तीस हजार से अधिक निवेशक हैं, जिन्होंने करोड़ों रुपए का निवेश सोसायटी की विभिन्न योजनाओं में कर रखा था। उधर भूपालपुरा थाने में कृष्णपुरा निवासी राकेश कुमावत ने सोसायटी के प्रबंधक व अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज कराया है।