महावीर जैन परिषद के नौ दिवसीय समारोह में जैन मंगल मेहंदी स्पर्धा
उदयपुर। यूं तो एक साथ कई महिलाओं को बैठे देखकर बात करते सभी ने देखा होगा लेकिन आज इसके विपरीत एक साथ 118 प्रतिभागी महिलाएं और आपस में नहीं बोल रही थीं बल्कि उनका ध्यान अपने हाथों पर मेहंदी लगाने में था।
मौका था श्रमण भगवान महावीर स्वामी के 2613 वें जन्म कल्याणक महोत्सव के तहत महावीर जैन परिषद के बैनर तले हो रहे नौ दिवसीय कार्यक्रमों की शृंखला में छठे दिन गुरुवार को अणुव्रत चौक स्थित तेरापंथ भवन में जैन मंगल मेहंदी स्पर्धा का।
दोपहर में महिला प्रतिभागियों ने अपने-अपने हाथों पर मेहंदी लगाने का उपक्रम किया। कोई प्रतिभागी खुद ही अपने हाथ पर मेहंदी लगाने में लगी थीं तो कोई अपनी ही नाते-रिश्तेदार के सहयोग से मेहंदी मांड रही थीं। प्रतिभागियों ने अपने हाथों पर मेहंदी के माध्यम से जैन मंगल, अष्ट मंगल, नवकार मंत्र, 14 स्वप्न, स्वस्तिक, दर्पण, जीयो और जीने दो तथा अहिंसा परमो धर्म के संदेश भी दिए। कार्यक्रम में परिषद की महिला शाखा की पदाधिकारियों ने भक्ति गीतों की प्रस्तुति भी दी। महिला पदाधिकारियों ने महावीर, नवकार मंत्र सहित अन्य भक्ति गीतों पर नृत्य प्रस्तुतियां भी दी।
मुख्य अतिथि एवं निर्णायक के रूप में कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंची सुमन सुयल एवं रेखा अग्रवाल का प्रमिला दलाल, ममता सुराणा, मंजू मेहता, निर्मला जैन, झनकार मोगरा, सीमा कच्छारा, प्रणिता तलेसरा एवं सुशीला मांडावत ने मेवाड़ी पगड़ी, माल्यार्पण, उपरणा एवं स्मृति चिह्न भेंटकर अभिनंदन किया। आगंतुकों का स्वागत विजयलक्ष्मी गलुण्डिया ने किया। संचालन शशि चह्वाण ने किया। इससे पूर्व मंगलाचरण प्रमिला पोरवाल, मंजू धर्मावत, पुष्पा मोदी, संतोष मेहता एवं सुनीता चण्डालिया ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्पर्धा के लिए बनी कमेटी ऋतु मारू, मुक्ता जैन, उर्मिला नागौरी, मंजू फत्तावत, सोनल सिंघवी एवं रितु पारख ने विशेष सहयोग दिया। परिषद के मुख्य संयोजक राजकुमार फत्तावत ने बताया कि आज की इस स्पर्धा के परिणाम घोषित कर दिए गए। इनमें रीना सोनी प्रथम, दिव्या कुणावत द्वितीय एवं रेणुका जैन तृतीय रहे।
महिला संगठनों की सांस्कृतिक संध्या : महावीर जैन परिषद एवं वंडर सीमेन्ट के तत्वावधान में शुक्रवार शाम 7 बजे नगर निगम प्रांगण में जैन समाज के विभिन्न महिला संगठनों द्वारा गीत, नृत्य, नाटिका आदि सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।