उदयपुर। दिन ब दिन बढ़ती गर्मी का असर यूं शहरवासियों पर भले ही दिख रहा हो लेकिन ग्रामीण इलाकों में आखा तीज पर होने वाले विवाह समारोह की खरीदारी के लिए आने वाले ग्रामीणों पर इसका कोई असर नहीं दिखता। गर्मी लगे तो भी काम तो करना ही है। कूलर बेअसर हो गए हैं। पंखों की तो बात ही दूर हो गई है।
2 मई को अबूझ सावों का पर्व अक्षय तृतीया है। अंदरुनी बाजारों में इन दिनों खासी भीड़ रहती है। दिन में कई बार ट्रैफिक जाम की स्थिति बन जाती है। धक्काज मुक्कीि, रेलमपेल लेकिन फिर भी काम तो करना ही है। इसी उद्देश्यक को साथ लिए ग्रामीण अपने काम में लग रहते हैं। कपड़े, फिर सर्राफा, फिर धानमंडी में खाने-पीने का सामान, सब एक साथ खरीदकर ले जाना चाहते हैं।
गर्मी के कारण दूसरी बार आने से भी कतरा रहे हैं। पंखे और कूलर तो बेअसर हो गए हैं। शीतल पेय में भी छाछ और लस्सीे राहत दे रही है वहीं बच्चोंे के लिए उनके मनपसंद शीतल पेय लुभा रहे हैं।