सामुदायिक भवन की धरोहर राशि घटाई, 2400 वर्गफीट तक पर भूखंड निर्माण स्वीकृति पट्टे के समय ही, सेक्टर रोड प्लान पर भी बजट, कार्यालय का होगा कम्प्यूटराइजेशन, लगेंगे सीसीटीवी, 259 करोड़ का बजट स्वीकृत, एलिवेटेड रोड व फ्लाईओवर पर भी इस वर्ष होगा काम
उदयपुर। नगर विकास प्रन्यास गुरुवार को चेयरमैन एवं जिला कलक्टर आशुतोष एटी पेंडणेकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में 259 करोड़ रुपए का भारी भरकम बजट पारित कर दिया गया। इसके तहत विभिन्न विकास कार्य कराए जाएंगे। शहर को नए आयाम देने की पहचान बन चुके जिला कलक्टर आशुतोष एटी पेंडणेकर ने इस बार भी कुछ ऐसे ही निर्णय किए हैं।
प्रमुख रूप से क्या होंगे काम
– केन्द्रीय कारागृह को अन्यत्र स्थानांतरित करने का प्रस्ताव कारागृह विभाग से सहमति मिलने के बाद यहां व्यावसायिक एवं आवासीय योजना बनाई जाएगी। न्यास के क्षेत्र में आने वाले सामुदायिक भवनों की धरोहर राशि 25 से घटाकर 10 हजार की गई। किराये में 25 से 50 प्रतिशत तक वृद्धि।
– 2400 वर्गफीट तक क्षेत्रफल के भूखण्डों में निर्माण स्वीकृति प्राप्त करने की बाध्यता समाप्त। पट्टा जारी करते समय ही ले आउट प्लान के अनुसार निर्माण स्वीकृति जारी कर दी जाएगी।
अल्प आय वर्ग एवं आर्थिक दृष्टि से कमजोर वर्ग हेतु 2500 आवासगृहों का निर्माण कराया जायेगा।
– एक्शन उदयपुर एवं शक्ति संडे की तर्ज पर जनसहभागिता के अन्य कार्यक्रमों को प्राथमिकता।
– उदयपुर में आन्तरिक रिंग रोड का निर्माण। पहले चरण में भुवाणा चौराहा से प्रतापनगर चौराहे तक फोरलेन कार्य पूर्ण हो चुका है। इसी क्रम में प्रताप नगर चौराहे से बलीचा तक फोरलेन सड़क निर्माण का कार्य भी इस वित्तीय वर्ष में प्रस्तावित है। इस हेतु भारतीय राष्ट्रीय राज्यमार्ग प्राधिकरण से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त हो चुका है। इसके अलावा भुवाणा चौराहे से बेदला तक सड़क निर्माण कार्य भी इसी वित्तीय वर्ष में होगा।
– शहर के मुख्य मार्ग पर एलीवेटेड रोड के निर्माण कार्य हेतु प्री फिजीबिलीटी रिपोर्ट तैयार करके एलएण्डटी कम्पनी के माध्यम से प्रक्रियारत है। परियोजना रिर्पोट के प्राप्त होने व सक्षम स्वीकृति के बाद अग्रिम कार्यवाही की जाएगी।
– सुगम यातायात के दृष्टिकोण से एवं उक्त चौराहे को दुर्घटना रहित करने हेतु प्रतापनगर चौराहे पर फ्लाई ओवर का निर्माण इस वित्तीय वर्ष में कराया जाना प्रस्तावित है। उक्त फ्लाईओवर निर्माण हेतु अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त हो चुका है। उक्त फ्लाई ओवर का निर्माण का कार्य इस वित्तीय वर्ष में प्रारम्भ करने के लिए बजट में समुचित प्रावधान है।
– अगले विभिन्न वर्गों के व्यक्तियो को विभिन्न साइज के लगभग 1000 भूखण्ड आवंटन/नीलामी से दिए जाएंगे।
– दक्षिणी विस्तार योजनाओं की भूमि अवाप्त की जाकर भूखण्डों का निस्तारण किया जाएगा।
ड्राइविंग ट्रेक निर्माण हेतु परिवहन विभाग को भूमि उपलब्ध। जिसमें पार्क का संधारण न्यास द्वारा किया जाएगा।
– न्यास क्षेत्र में आने वाले चौराहे, सड़कों को उदयपुर की विरासत का स्वरूप देने का प्रयास।
ये रहे अन्ये प्रस्ताव
– 259.26 करोड़ का बजट स्वीकृत।
– बजट में प्रस्तावित आय सुनिश्चित करने के लिये कार्यक्रम अग्रिम तैयार कर नीलामी से भूखण्ड विक्रय किए जाएंगे।
– बड़े काम जैसे प्रतापनगर-बलीचा मार्ग फोरलेन करने जैसे कामों को प्राथमिकता के आधार पर पहले दो माह में टेण्डर प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी।
– कम्पाउण्डिंग एवं सेट बेक उल्लंघन के नियमों का सरलीकरण एवं तार्किक किया गया है।
न्यास को हस्तांउतरित पेराफेरी के गांवों की बिलानाम, राजकीय भूमि, 90-बी, 90-ए से प्राप्त भूमि आदि का लैंड बैंक जल्दप तैयार किया जाएगा।
– एक अतिरिक्त विद्युत/गैस शवदाहगृह की स्थापना की कार्यवाही की जायेगी।
– विभिन्न स्थानों पर 5 नये सामुदायिक भवन निर्मित होंगे।
– चौराहों पर हाईमास्ट लाइटें लगाई जाएंगी।
– राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना के अन्तर्गत 57 करोड़ रुपए के सिवरेज के कार्य।
– न्यास कार्यालय का कम्प्यूटराइजेशन जिसमें सीसीटीवी, फाइल स्केनिंग, डाटा एन्ट्री एवं सॉफ्टवेयर विकसित करना शामिल।
– फतहसागर पाल के सहारे-सहारे विभूति पार्क का निर्माण पूर्ण कर लिया गया हैं। विभूतियो की प्रतिमाएं लगाने का कार्य इस वर्ष।
– राजीव गांधी पार्क में फूड कोर्ट संचालन इस वित्तीय वर्ष से।
– मनवा खेडा़ में हिन्दुस्तान जिंक के सहयोग से सीवरेज ट्रीटमेन्ट प्लाट स्थापित। इस वर्ष में सीवरेज योजना स्थापना का 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण।
– झीलों को प्रदूषणमुक्त रखने हेतु सीवरेज नेटवर्क परियोजना का कार्यादेश के तहत झीलों के आसपास लगने वाले क्षेत्र में सीवरेज लाइन नेटवर्क स्थापित कर सीवरेज को हाथीपोल तक लाया जाएगा। जहां से मुख्य ट्रंक लाइन द्वारा इसे हिन्दुस्तान जिंक द्वारा स्थापित किये जाने वाले प्लांट तक ले जाया जावेगा । वर्तमान में मुख्य ट्रंक लाईन का कार्य लगभग 50 प्रतिशत पूर्ण किया जा चुका है एवं झीलों की परिधि के क्षेत्र में सीवरेज नेटवर्क हेतु लेटरल लाईन का कार्य लगभग 30 प्रतिशत पूर्ण किया जा चुका है। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा एसटीपी चालू कर दिया गया है। सीवरेज परियोजना का कार्य 14-15 वित्तीय वर्ष में लगभग पूर्ण कर लिया जाएगा।
– आयड़ नदी के सौंदर्यकरण एवं विकास की विशेष योजना बनाई जाकर राष्ट्रीय नदी संरक्षण परियोजना के अन्तर्गत परियोजना केन्द्रीय सरकार को प्रस्तुत की जावेगी ।
– गोवर्धन सागर व उदयसागर के पुनरूद्धार एवं सौन्दर्यकरण हेतु परियेाजना तैयार कराकर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार को स्वीकृति हेतु भिजवाई जा चुकी है। उक्त परियोजना का केन्द्र सरकार से स्वीकृति के पश्चात उसके अनुरूप क्रियान्वयन कराया जाएगा।
– रोड नेटवर्क के अन्तर्गत सेक्टर रोड प्लान तैयार कराया जाकर क्रियान्वयन। इन्द्रानगर को नेशनल हाईवे से जोडने वाली 200 फिट सडक को, भुवाणा से सापेटिया होते हुए राष्ट्रीय राज्यमार्ग 76 तक 100 फीट सड़क निर्माण कार्य, गरीब नवाज कॉलोनी से गुजरने वाले 100 फीट सडक निर्माण कार्य इत्यादि प्रस्तावित है। इसी क्रम में पारस टॉकीज से रेती स्टैण्ड होते हुए जडा़व नर्सरी तक सडक विस्तार एवं सुदृढिकरण का कार्य भी इसी वित्तीय वर्ष में।
– विभिन्न स्थानो में जहां सडकों पर बाधाएं है तथा आवागमन में कठिनाई है, उन्हें दूर कर यातायात सुगम। इसमें मुख्यतः गोवर्धन विलास एवं पूलां में नई पुलियां के आगे सड़क को चौडा़ कर इसका विस्तार किया जाएगा।
– मुख्य सड़क पर डिवाइडर व वृक्षारोपण कार्य भी गोद दिया जाएगा।
– विभिन्न आवासीय योजनाओं में जलदाय सुविधाएं उपलब्ध कराना।
– शहर के वर्षा ऋतु के दौरान विभिन्न क्षेत्रो में जल प्लावन की स्थिति को निपटने हेतु मुख्यत: सतोरिया नाला, फूटा तालाब पर बॉक्स कलवर्ट का निर्माण, सविना में नाला निर्माण व सबसिटी सेन्टर से गायरियावास तक नाला निर्माण कार्य प्रगति पर है जिनको इस वित्तीय वर्ष में पूर्ण कर लिया जाएगा।
– उदयपुर शहर को चारों ओर मुख्य मार्गों पर बस स्टैंड हेतु भूमि आरक्षित की जाएगी, ताकि उस दिशा में आने वाले वाहनो का शहर में प्रवेश नहीं हो।