प्रताप जयंती समारोह के आयोजन
उदयपुर। नगर निगम उदयपुर एवं मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के द्वारा आयोजित वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 474 वीं जयंती के चौथे दिन श्रीराम बजरंग सेना के कार्यालय पर उनकी तस्वीर पर पुष्पांगजलि अर्पित कर याद किया गया। इससे पूर्व उदयसिंह का जीवन बचाने वाली महान पन्नाधाय के त्यााग को भीयाद किया गया।
संस्थापक ख्यालीलाल रजक ने बताया कि पन्नाधाय का त्याग और अनुपम बलिदान, कर्तव्य और साहस के समक्ष पन्नाधाय ने ममता का त्याग किया और राजकुमार उदयसिंह के जीवन को बचा लिया। पुत्र के प्राणों की बलि देकर वचन रक्षा में अपने पालित स्वामी पुत्र को बचाया ही नहीं बल्कि मेवाड़ का अधिपति भी बनाया। इस अवसर पर संभागिय प्रभारी नरेन्द्रसिंह कन्डा, जिलाध्यक्ष उमेष नागदा, ममता शर्मा, गो रक्षा जिलाध्यक्ष नैनसिंह, मेवाराम खींची, शांतिलाल रजक, क्षत्रिय महासभा के डॉ. राजेन्द्रसिंह जगत, दिलीपसिंह बांसी, कमलेन्द्रसिंह पंवार, महेन्द्रसिंह चौहान, रमेश प्रजापत एवं घनश्यारमसिंह भीण्डर ने भी नमन किया।
प्रताप के शौर्य को नमन : विद्या प्रचारिणी सभा बी. एन. ओल्ड बॉयज एसोसिएशन भूपाल नोबल्स संस्थान की ओर से सहकारी उपभोक्ता भंडार प्रताप नगर परिसर स्थित प्रताप की प्रतिमा का दुग्धाभिषेक कर उनके शौर्य को नमन किया।
अध्यक्ष मानसिंह चुण्डावत ने बताया कि महाराणा प्रताप अपराजेय पौरुष के प्रतीक थे। जर्रे-जर्रे को जिनके बुलन्द इरादों पर नाज है, यह एक ऐसा नाम है जिसके हिस्से में जख्मी और खुरेज हो चुकी मेवाड़ की धरती थी जबकि जुबां पर एकलिंगजी का नाम था। बी. एन. संस्थान के प्रबंध निदेशक निरंजन नारायणसिंह ने कहा कि प्रताप के चरित्र की विशेषताएं एवं नैतिक मूल्यों को अपना कर देश ओर समाज की भलाई करे तथा उनके आदर्शों को अपनाएं। संरक्षक तेजसिंह बांसी, मनोहरसिंह कृणावत, केसर सिंह सारंगदेवोत, पदमसिंह पाखंड, नवलसिंह जूड़़, प्रेमसिंह शक्तावत, रामसिंह सोलंकी, दिलीपसिंह बांसी, डॉ. राजेन्द्र सिंह जगत, कुन्दनसिंह मुरौली, कमलेन्द्रसिंह पंवार, षेर सिंह चौहान, चन्द्रवीरसिंह करेलिया, चन्द्रवीरसिंह दांतड़ा, राजदीपसिंह नेतावल सहित क्षत्रिय महासभा के कार्यकर्ताओं ने प्रताप को नमन किया।
आज के आयोजन : प्रताप जंयती के सात दिवसीय कार्यक्रम के पॉंचवें दिन गुरूवार को बजरंग सेना मेवाड़, भारतीय जनता मजदूर मोर्चा, ओमबन्ना सैवा संस्थान, प्रताप पूंजा शस्त्रकला देवाली के द्वारा चेटक सर्कल पर स्थित चेटक की प्रतिमा महाआरती एवं अखाड़ा प्रदर्शन शाम 6 बजे किया जाएगा।