उदयपुर। आज देश और समाज में बढ़ रहे तम्बाकु सेवन और नशे की लत को रोकने के लिए शनिवार शाम को ‘नो टोबेको डे’ यानी तम्बाकु निषेध दिवस के अवसर पर एक नुक्कड नाटक ‘रूको’ का मंचन उदयपुर की नाट्य संस्था द्वारा किया गया। इस नाटक में बताया गया कि लोग खाली समय में तम्बाकू, गुटखा और नशे के प्रति आर्कषक होते है जो कि जानलेवा है।
नाट्याश संस्था द्वारा इस नाटक के माध्यम से कलाकारों ने बताया कि तम्बाकु सेवन और नशे से किस तरह की घातक बिमारियाँ होती है। और इन बिमारियों से बचना भी मुश्किल है। ये भी बताया गया कि तम्बाकु सेवन हमारे देश में हर साल लाखों लोगों की मौत का कारण बन रहा है। साथ ही तम्बाकु, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट आदि कि लत किस तरह से हमारे सभ्य समाज को दिमक की तरह खोखला कर रही है।
कलाकारों ने इस नुक्कड़ नाटक के द्वारा समाज को इस खतरनाक नशे के खिलाफ एक जुट होकर लड़ने के लिए प्रेरित किया। और साथ ही यें भी प्रण लिया कि नशे जैसी बुराई को समाज से मिटा कर रहेंगें।
नाटक के संयोजक अमित श्रीमाली ने बताया कि इस नाटक का लेखन अश्फाक नूर खान पठान ने किया और कलाकारों में महेन्द्र डांगी, विशाल राज वैश्णव, दर्शन उपाध्याय, इरफान शैख, श्लोक पिंपलकर, भावेश सिंघटवाड़िया, मोहम्मद रिजवान मन्सूरी, रेखा सिसोदिया, अब्दूल मुबीन खान पठान और आयुष माहेश्वरी आदि शामिल थे।