जन्मादिन पर दोनों गुटों द्वारा अलग-अलग कार्यक्रम
udaipur.भारतीय जनता पार्टी के सर्वाधिक निर्विवाद नेता अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन मनाने को लेकरभी उदयपुर भाजपा धड़ों में बंट गई है। यहां तक कि दोनों ने अलग-अलग प्रेस वार्ताएं बुलाकर अपनी अपनी बात कही। हालांकि यूं उदयपुर भाजपा की गुटबाजी काफी पहले सामने आ चुकी थी। यहां तक कि पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ने भी गुटबाजी को देखते हुए पारिवारिक कारण बताकर कार्यक्रम में आने से इनकार कर दिया। शहर विधायक गुलाबचंद कटारिया के आधिपत्य वाले सुंदरसिंह भंडारी ट्रस्ट के तत्वावधान में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में जहां रविवार शाम सुखाडि़या रंगमंच पर व्याख्यानमाला और प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन होगा वहीं राष्ट्रीय महासचिव किरण माहेश्वारी के आधिपत्य वाले दीनदयाल उपाध्याय मंच के तत्वावधान में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर मंच की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक भी होगी। मंच का कार्यक्रम आरसीए सभागार में होगा।
कटारिया ने भाजपा कार्यालय में बताया कि जब से ट्रस्ट का गठन हुआ है तब से हर वर्ष कोई न कोई कार्यक्रम करते आ रहे हैं। यह पहला मौका नहीं है जब ट्रस्ट द्वारा कोई कार्यक्रम किया जा रहा हो। शिक्षा का व्यवसायीकरण सामाजिक समरसता में बाधक विषयक व्याख्यानमाला को संबोधित करने पहले पूर्व प्रदेशाध्यक्ष महेश शर्मा को बुलाया गया था लेकिन बाद में उन्होंने पारिवारिक कारणों का हवाला देते हुए इनकार कर दिया। इस पर पूर्व प्रदेशाध्यक्ष ललित किशोर चतुर्वेदी को आमंत्रित किया गया है। उनके साथ कोटा विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति मनोहर कालरा भी आएंगे। प्रतिभा सम्मा्न समारोह में इस वर्ष दसवीं में 75 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित करने वाले सरकारी स्कूलों के प्रतिभाशाली बच्चों को 1100 रुपए का चेक प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ट्रस्टो में सिर्फ आजीवन सदस्य बनाए गए हैं किसी से चंदा नहीं लिया गया है। फिलहाल ट्रस्टह के खाते में करीब 30 लाख रुपए हैं। पार्टी के विखण्डन की ओर अग्रसर होने के सवाल पर कटारिया ने कहा कि यह तो सामने वालों को सोचना है। पार्टी के कोई भी कार्यक्रम हों, किसी को कोई आपत्ति नहीं है लेकिन तरीका सही होना चाहिए।
उधर मंच की ओर से प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में प्रदेश महामंत्री नीरज चतुर्वेदी ने बताया कि मंच की तीन माह पूर्व हुई बैठक में अटलजी का जन्मंदिवस राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय कर लिया गया था। मंच की ओर से इससे पहले भी फल वितरण जैसे कार्यक्रम होते रहे हैं। मुख्य वक्ता के रूप में महेश शर्मा के नहीं आने, पार्टी में विखण्डन की बातों को अनिल चतुर्वेदी ने नकारते हुए कहा कि मंच एवं इसके पदाधिकारी भाजपा के लिए प्रतिबद्धता रखते हैं। इस अवसर पर मंच की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक होगी जिसमें राज्य के प्रत्येक जिले से कार्यकर्ता पहुंचेंगे। मंच की संरक्षक किरण माहेश्वरी इस अवसर पर मौजूद नहीं थी। महेश शर्मा के बजाय यहां मृदुला सिन्हा आएंगी।