उदयपुर। सीए निर्मल सिंघवी ने बताया कि केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आम बजट में महंगाई घटाने हेतु स्वतंत्र रूप से ध्यान नहीं दिया है। महंगाई से राहत मिलने की उम्मीदें अपार थी सो पूरी नहीं हुई।
विकास के बिन्दु पर बजट आशावादी है एवं इसमें बंदरगाह, ग्रामीण सडक़, शहरी विकास, नए हवाई अड्डे, शिक्षा, नदियों को जोडऩे की परियोजना पर अच्छे प्रावधान किये गये है। वे आज रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा रोटरी बजाज भवन में यूनियन बजट पर आयोजित परिचर्चा में बोल रहे थे। वित्त मंत्री ने राजकोषीय घाटे को 4.1 प्रतिशत एवं राजस्व घाटे को जीण्डीण्पीण् का 2.9 प्रतिशत का लक्ष्य रखा है जो वर्तमान परिस्थिति में स्वागत योग्य है। सिंघवी ने बताया कि रक्षा व बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा को बढ़ाकर 49 प्रतिशत कर दिया है जिससे दीर्घकाल में मुद्रास्फीति में कमी आने की संभावना है।
उन्होनें बताया कि आयकर छूट एवं धारा 80-सी निवेश सीमा दोनों में पचास हजार की बढ़ोतरी से आयकरदाता को कुछ राहत जरूर मिलेगी। बजट में महिला सुरक्षा, बैंकिंग सेक्टर, विद्युत सुधार, ग्रामीण आवास, ई-वीजा, कर सुधार, शिक्षा, स्वास्थ्य, शहरी विकास, नए शहरों हेतु अच्छे प्रयास किये गये हैं जो स्वागत योग्य है। बजट में आयकर सुधारों एवं राहत की वजह से जनता को 22200 करोड़ रूपये की राहत मिलेगी जो स्वागत योग्य है।
परिचर्चा में भाग लेते हुए अप्रत्यक्ष कर पर सीए केशव मालू ने बताया कि सिगरेट पर उत्पाद शुल्क में वृद्धि एक स्वागत योग्य कदम है। अपील करने हेतु विवादित कर आंशिक रूप से जमा कराने का प्रावधान अनुचित है। होर्डिग आदि पर विज्ञापन सेवाकर के लिए उत्तरदायी बनाया गया है। एक वर्ष के बाद सेवाकर के विलंबित भुगतान पर ब्याज दर 30 प्रतिशत है। भारतीय कम्पनियों के लिए निर्यात आदेश की खरीद करने के लिए विदेशी देश में स्थित कमीशन एजेंट सेवा कर की वसूली से बाहर रखा गया है। प्रारम्भ में क्लब अध्यक्ष डॉ. बी. एल. सिरोया नेे बताया कि बजट के दीर्घावधि लाभ होंगे। इस अवसर पर उन्होनें उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत किया। अन्त में क्लब सचिव डॉ. नरेन्द्र धींग ने धन्यवाद ज्ञापित किया। सदस्यों व उद्यमियों ने चर्चा में भाग लिया तथा अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर डॅा. यशवन्तसिंह केठारी, महादेव दमानी, प्रान्तपाल मनोनीत रमेश चोधरी, श्रीमती राजेन्द्र चौहान सहित अनेक सदस्य एवं आईसीएआई के सदस्य उपस्थित थे।