ऑटो में बेहोश हुई युवती
उदयपुर। सूरजपोल क्षेत्र स्थित एक होटल में सुबह एक युवक की लाश फांसी के फंदे से लटकी मिली वहीं युवती प्रतापनगर क्षेत्र में एक ऑटो में बेहोश हो गई, जिसे ऑटो चालक प्रतापनगर थाने ले गया, जहां से उसे एमबी हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया। युवती की हालत ठीक है।
पुलिस के अनुसार पांच अगस्त की शाम साढ़े सात बजे आमेर (जयपुर) हाल प्रतापनगर (उदयपुर) निवासी सत्यनारायण (27) पुत्र रामावतार शर्मा ने होटल मोनिका में रूम नंबर 101 बुक कराया। सत्यनारायण कमरे में जाने के बाद वापस बाहर नहीं निकला। गुरुवार सुबह होटल कर्मचारी इसके रूम के बाहर से गुजरे तो अंदर से दुर्गंध आ रही थी। इस पर सूरजपोल पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने आकर दरवाजा तोड़ा तो सत्यनारायण की लाश फंदे लटकी थी। पुलिस ने शव को उतरवाकर एमबी हॉस्पीटल के मुर्दाघर में रखवाया। पुलिस को सत्यनारायण के मोबाइल से पता चला कि उसने कल एक मैसेज उसके पिता रामावतार को किया। दूसरा मैसेज उसने ममता नामक की लड़की को किया। दोनों मैसेज में उसने लिखा कि मैं आ रहा हूं।
पुलिस के अनुसार करीब डेढ़ वर्ष पूर्व सत्यनारायण और ममता की फेसबुक पर फ्रेंडशिप हुई थी। ममता डूंगरपुर के मंत्रम् कॉलेज में अपनी बहन हेमा के साथ पढ़ती है। 31 जुलाई को ममता बहन हेमा को बोल कर गई थी कि वह उदयपुर जा रही है और अगले दिन वापस लौट आएगी, लेकिन ममता नहीं लौटी। इस पर हेमा ने पिता भैरूलाल मीणा को सूचना दी। भैरूलाल कॉलेज में आया। पता किया, तो सामने आया कि ममता को जयपुर निवासी सत्यनारायण उर्फ मोहित नामक युवक भी तलाश रहा है। शंका के आधार पर भैरूलाल ने आसपुर थाने में सत्यनारायण उर्फ मोहित के खिलाफ उसकी बेटी ममता को भगा ले जाने की शिकायत दर्ज कराई।
चार अगस्त को ममता उसके घर आसपुर लौट गई जहां एक दिन रुकने के बाद पांच अगस्त को अपनी बहन हेमा के साथ गायब हो गई। अस्पताल में पूछताछ में ममता ने बताया कि उसकी बहन हेमा छह अगस्त को वापस कॉलेज लौट गई और वह यहीं रुक गई। सुबह वह सूरजपोल से सेवाश्रम तक पैदल आई और वहां से एक ऑटो प्रतापनगर चौराहे के लिए किया। इस बीच ऑटो में ममता बेहोश हो गई, जिसे प्रतापनगर पुलिस ने एमबी हॉस्पीटल में भर्ती कराया। पुलिस ममता से पूछताछ कर रही है।