उदयपुर। पेसिफिक विश्वविद्यालय के प्रबन्ध संकाय में अंतरमहाविद्यालय हिन्दी कविता प्रतियोगिता हुई। इसमें 52 प्रतियोगियों ने कविता पाठ किया। पहले चरण में छंटनी करने के बाद 15 छात्रों को अन्तिम चरण के लिए चुना गया।
मुख्य अतिथि हिन्दी कवि डॉ. प्रकाश नागौरी थे। अध्यक्षता पेसिफिक एकेडमी ऑफ हायर एज्यूकेशन एण्ड रिसर्च यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेन्ट प्रोफेसर भगवती प्रकाश शर्मा ने की। विशिष्टए अतिथि डीन प्रबन्ध संकाय की प्रो. महिमा बिड़ला थीं। चयनित प्रतिभागियों ने स्वरचित कविताओं का वाचन कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
शुभारम्भ मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष ने दीप प्रज्वरलित कर किया। इसके बाद हुए कविता पाठ में भव्यता चौहान प्रथम रही। उन्होंवने ‘हिन्दी तेरी दशा’ का वाचन किया। प्रथम पुरस्कार के रूप में उन्हें रू. 1,100/-, द्वितीय स्थान पर रहे अक्षय राजपुरोहित को रू. 500/- एवं पांच उपविजेताओं को रू. 251/- के नकद पुरस्कार प्रदान किए गए।
मुख्य अतिथि डा. प्रकाश नागौरी की कविताओं ने कार्यक्रम में समां बांध दिया। मुख्य अतिथि ने बदलते परिवेश पर सुन्दर कविता सुनाई जिसमें उन्होंने आज के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया कि वे कविता रचने की अपनी क्षमता को निखारें एवं उनके माध्यम से ज्वलन्त समस्याओं को उठाएं। नागौरी ने कविताओं से आज के विद्यार्थी जीवन पर प्रकाश डाला एवं बदलते हुए परिवेश में अपने नैतिक मूल्यों की सहेजने की सलाह भी दी। प्रतियोगिता संयोजक डॉ. पल्लवी मेहता ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह भेंट किया एवं धन्यवाद दिया।