चेयरमैन अग्रवाल व सीईओ अल्बमनीज ने की सुबह मार्केट की शुरूआत
उदयपुर। वेदान्ता रिसॉर्सेज पीएलसी के लण्दन स्टॉक एक्सचेंज के बाजार में लिस्टिंग के आज दस वर्ष पूर्ण होने पर लण्दन में एक भव्य समारोह का आयोजन हुआ। वेदान्ता वर्ष 2003 में लंदन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टिंग होने वाली भारत की पहली कंपनी थी। वेदान्ता ने उसी वर्ष आईपीओ लान्च किया था जो लंदन स्टॉक एक्सचेंज में उस वर्ष का दूसरा सबसे बड़ा आईपीओ था।
वेदान्ता रिसोर्सेज पीएलसी के ग्रुप चेयरमैन अनिल अग्रवाल एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम अलबनीज ने लंदन स्टॉक एक्सचेंज में आज सुबह मार्केट का शुभारंभ किया। इस अवसर पर लण्दन में भारत के उच्चायुक्त रंजन मथाई भी उपस्थित रहे। वेदान्ता ने पिछले 10 वर्षों में विकास के लिए विश्व् में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त किया है। इन 10 वर्षों में वेदान्ता ने भारतीय बाजार को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए लगभग 25 बिलियन अमेरिकी डॉलर का भारत में निवेश किया है। आज वेदान्ता भारत में अधिकतम टेक्स देन वाली कंपनियों में से एक है।
वेदान्ता के सूचीबद्ध के पश्चात् शेयर मूल्य में 175 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। कंपनी ने सूचीबद्ध के उपरान्त शेयरधारकों को 12 प्रतिषत वार्षिक रिटर्न दिया है जो कि 1.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर है। आज वेदान्ता समूह विविध प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में विश्वि की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है।
वेदान्ता ने इन 10 वर्षों में अनेक कंपनियों का अधिग्रहण किया जिसमें केयर्न इण्डिया, कोन्कोला कॉपर माइन, एंग्लो अमेरिकन जिंक तथा सेसा गोवा शामिल है। इस अधिग्रहण के परिणामस्वरूप वेदान्ता ने अपने उत्पादन में 2003 से लगभग 10 गुना वृद्धि की है। चार महाद्वीपों में वेदान्ता समूह में सीधे एवं परोक्ष रूप से 88,000 लोग रोजगार से जुड़े हुए हैं तथा वेदान्ता समूह के सामाजिक उत्तरदायित्व कार्यक्रमों से स्थानीय समुदायों के 40 लाख लोग लाभाविन्त हो रहे हैं।
वेदान्ता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि लंदन स्टॉक एक्सचेंज ने वेदान्ता समूह को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हमें गर्व है कि कंपनी की आज विश्वस स्तर पर नई पहचान है तथा वेदान्ता अपने सभी भागीदारों को धन्यवाद देता हैं जिनका योगदान वेदान्ता की सफलता में अनुकरणीय रहा है।
अग्रवाल ने कहा कि वेदान्ता समूह भारत की प्रगति में अपने योगदान के लिए कटिबद्ध है। भारत के प्रधानमंत्री के विकास की परियोजनाओं में वेदान्ता समूह सदैव अग्रणीय रहेगा। भारत की प्राकृतिक संपदाओं के उपयोग से तथा धातु, खनन एवं उत्पादन उद्योगों की प्रगति से भारत में लाखों लोगों को रोजगार मिल सकता है तथा गरीबी रेखा से ऊपर लाया जा सकता है। इससे भारत में चहुंमुखी विकास होगा।