हिन्दुस्तान जिंक के ‘सखी’ अभियान में होगा अब ग्रामीण महिलाओं की डायबीटीज एवं हायपरटेंशन की जांच
उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक अब ‘सखी’ अभियान के अन्तर्गत 15,000 ‘सखी’ महिलाओं की डायबिटीज एवं हायपरटेंशन की जांच कराएगा। इस जांच के लिए हिन्दुस्तान जिंक पहली नवम्बर से तीन चरणों में 30 दिन का शिविर लगाएगा। हिंद जिंक के कॉर्पोरेट कम्यु निकेशन हेड पवन कौशिक द्वारा संचालित इस अभियान के तहत ये शिविर उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़ व अजमेर में लगेंगे तथा डॉ. गरिमा चतुर्वेदी की देखरेख में जांच होगी। डॉ. गरिमा चतुर्वेदी के साथ नर्सिंग छात्र तथा लैब सहायक भी इस अभियान में महिलाओं की जांच में सहयोग करेंगे।
पहले चरण में ‘ब्लड शुगर तथा ब्लड प्रेषर’ का निरीक्षण होगा। दूसरे चरण में जिन महिलाओं को उपचार के लिए योग्य पाया जाएगा उनकी विशेष जांच होगी। तीसरे चरण में इन ग्रामीण ‘सखी’ महिलाओं को उपचार अनुसार परामर्श दिया जाएगा। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा इस ‘सखी’ स्वास्थ्य अभियान में 36 शिविर लगाये जाएंगे। इसमें गांव के 18 क्लस्टर सम्मिलित होंगे जिससे लगभग 180 गांव की महिलाओं को उपचार के लिए शामिल किया जा सकेगा।
भारत में तकरीबन 6.5 करोड़ लोग डायबीटीज से ग्रस्त है तथा यह संख्या 2030 तक 10 करोड़ तक पहुंचने की संभावना हैं। महिलाओं में, खासकर ग्रामीण महिलाओं में, डायबीटीज की समस्या ज्यादा देखी जा रही है जिससे नेत्रहीनता तथा गुर्दे से सबंधित बीमारियां होने का खतरा बना रहता है। हिन्दुस्तान जिंक के इस शिविर में दीर्घायु फाउण्डेशन सहयोग कर रही है तथा दीर्घायु फाउण्डेशन के सभी कार्यकर्ता इस अभियान में शामिल होंगे।
हिन्दुस्तान जिंक के हेड-कार्पोरेट कम्यूनिकषन पवन कौशिक ने बताया कि ‘सखी’ स्वास्थ्य जांच शिविर द्वारा हिन्दुस्तान जिंक तकरीबन 180 गांव की 15,000 महिलाओं की स्वास्थ्य जॉच कराएगा। इस शिविर में हिन्दुस्तान जिंक की 475 स्वयं सहायता समूह की 6,000 ‘सखी’ महिलाओं के अलावा लगभग 9,000 महिलाएं अन्य स्वयं सहायता समूह की भी सम्मिलित होगी। हिन्दुस्तान जिंक का प्रयास है कि गांव में इस तरह के स्वास्थ्य शिविर लगाकर हम इन ग्रामीण महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार ला सके हैं।