– भाजपा ने निकाला विजय व आभार जुलूस
उदयपुर। नगर निगम में कल महापौर के चयन के बाद आज उपमहापौर के रूप में प्रदेश प्रभारी और मेवाड़ के कद्दावर नेता गुलाबचंद कटारिया के विश्वस्त लोकेश द्विवेदी को उपमहापौर के रूप में चुन लिया गया। हालांकि कल जैन प्रत्याशी के रूप में कोठारी के चयन के बाद उपमहापौर पद पर ब्राह्मण प्रत्याशी के रूप में द्विवेदी का चयन तय माना जा रहा था। इस पर संगठन और कटारिया की मुहर आज लग गई।
सुबह सभी विजयी पार्षद पार्टी कार्यालय पहुंचे जहां कल की तर्ज पर कटारिया ने सभी पार्षदों से एक-एक करके बातचीत की। सभी ने संगठन सर्वोपरि में ही अपनी राय दी। इसके बाद नवमनोनीत महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, शहर जिलाध्यक्ष दिनेश भट्ट, पूर्व महापौर रजनी डांगी की मौजूदगी में कटारिया ने लोकेश द्विवेदी को उपमहापौर के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया। यहां से सभी पार्षदों सहित द्विवेदी नगर निगम पहुंचे जहां रिटर्निंग अधिकारी छोगाराम देवासी के समक्ष अपना नामांकन दाखिल कर दिया। द्विवेदी के नामांकन दाखिले और नवमनोनीत महापौर कोठारी के पदभार ग्रहण करने तक महापौर के प्रबल दावेदार के रूप में ख्याति अर्जित कर चुके पारस सिंघवी निगम सभागार में मौजूद रहे लेकिन इसके बाद सिंघवी वहां से निकल गए। विजय रैली में उनकी अनुपस्थिति काफी चर्चा का विषय रही। इसके बाद कटारिया ने महापौर कोठारी को पदभार ग्रहण कराया। पूर्व महापौर रजनी डांगी ने उन्हें पद का कार्यभार सौंपा।
शहर जिला भाजपा के नेतृत्व में निकाली गई विजय रैली से पूर्व निगम प्रांगण में कटारिया ने पार्षदों को संबोधित करते हुए कहा कि जनता ने आपको चुना है। अब आपको अपने विकास कार्यों से जनता की उम्मीदों पर खरा उतरकर दिखाना है। केन्द्र, राज्य और निगम की कड़ी को जनता ने जोड़ दिया है। उस कड़ी को मजबूत करके दिखाना है। यहां से कटारिया ने विजय जुलूस को हरी झण्डी दिखाई।
रैली में बड़ी संख्या में पार्षद अपने समर्थकों के साथ निगम प्रांगण में एकत्र हो गए थे। यहां भाजपा जिंदाबाद, कटारिया जिंदाबाद के नारे लगे। खुली जीपों में मौजूद पार्षद समर्थकों के साथ पूरे रास्ते जनता का हाथ हिलाकर अभिवादन कर रहे थे।
वार्ड 39 के पार्षद तेजेन्द्रसिंह रोबिन करीब 50 से अधिक समर्थकों के साथ पहुंचे जिन्होंने ढोल के साथ भांगड़ा किया और आकर्षण का केन्द्र बन गए। रैली निगम प्रांगण से निकली जो सूरजपोल, बापू बाजार, झीनीरेत चौक, मुखर्जी चौक, बड़ा बाजार, घंटाघर, हाथीपोल, अश्विनी बाजार, देहलीगेट होते हुए वापस टाउनहॉल पहुंची।