20 सेशन में 900 विशेषज्ञ दे रहे हैं प्रजेंटेशन
उदयपुर। पेसिफिक यूनिवर्सिटीें एवं इंटरनेशनल साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के तत्वावधान में दो दिवसीय इंटरनेशनल साइंस कांग्रेस का आगाज सोमवार से हुआ। इसमें देश-विदेश के 900 से अधिक विषय -विषेषज्ञ, प्रोफेसर्स, साइंटिस्ट, इंडस्ट्रीयल पर्सन और शोधार्थी शिरकत कर रहे है।
समारोह में पेसिफिक विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट प्रों. बीपी शर्मा ने कहा कि इस साइंस कांग्रेस के जरिए दुनियाभर के रिसर्च -स्कालर्स , साइंटिस्टों और प्रोफेसरों को विज्ञान से जुड़ी नवीन खोजों और शोध को साझा करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि दुनियाभर में विज्ञान के आविष्कारों के व्यवसायीकरण पर हमें पुन: विचार करना होगा। उन्होंने बताया कि नवीन खोज, मानव के विकास में काम आनी चाहिए। स पूर्ण विश्व समुदाय के लिए जरूरी आविष्कारों पर कंपनियों का पूर्णाधिकार न हो , ताकि इन आविष्कारों को अधिक से अधिक आविष्कारक और मानव समुदाय के हित में उपयोग मे लाया जा सकें।
समारोह के अध्यक्ष स्लोवाकिया के सिक्योरिटी मैनेेजमेंट यूनिवर्सिटी के चैयरमैन प्रो. मरियन मीसारोस ने इन्टर डिसिप्लिनरी शोध पर बढ़ावा दिया। विशेष अतिथि और सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आईवी त्रिवेदी ने कहा कि विभिन्न राज्यों के सरकारी और निजी विष्वविद्यालयों में शोध को बढ़ावा देने के लिये सरकार को अनुदान पर ध्यान देना चाहिए। इससे स्थानीय परेषानियों के हल स्थानीय प्रतिभाएं खोज पाएगी। कोटा यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. मधुसूदन शर्मा ने कहा कि शोध के क्षेत्र में विभिन्न फेकल्टी का समन्वय बेहद जरूरी है। साथ ही वैज्ञानिक सोच को व्यवहारिक तरीके से रोजमर्रा के जीवन में शामिल करना चाहिए।
सांइस कांग्रेस एसोसिएषन के डायरेक्टर प्रो. दीपक शर्मा ने स्वागत उदबोधन में कहा कि पहली इन्टरनेशनल सांइस कांग्रेस का उदेश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही विभिन्न खोजों को साझा करना, दूनीया भर के वैज्ञानिकों और रिसर्च स्कॉलर्स के शोध पत्रों को प्रकाशित करना एवं युवाओं तथा वरिष्ठ वैज्ञानिकों को उनकी नई खोजो के लिए सम्मानित करना आदि है।
आखिर में पेसिफिक विश्वविद्यालय के पीजी स्टडीज़ के डीन प्रो. हेमंत कोठारी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि पेसिफिक विश्वविद्यालय के मानव समुदाय के विकास सम्बन्धी शोध पर विशेष ध्यान दे रहा है। इसी उद्देश्य के साथ पेसिफिक यूनिवर्सिटी भविष्य मेें भी इसी तरह के कार्यक्रम जारी रखेगी। समारोह में 6 गेस्ट स्पीकर एवं करीब 300 शोधार्थियों ने पत्रवाचन किए। समारोह का संचालन डॉ मीरा श्रीवास्तव ने किया।
इन्हें किया सम्मानित : विभिन्न श्रेणियों में रिसर्च स्कॉलर, वैज्ञानिक और विज्ञान के प्रोफेसरों को स मानित किया गया। इसके तहत पेसिफिक यूनिवर्सिटी के तरफ से प्रत्येक विजेता को पांच हजार ंरुपए का चेक, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिह्र प्रदान किये गए। शोध श्रेणी में इंटरनेशनल लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड आणंद के डॉ. एचएस पटेल को दिया गया। साथ ही टीचिंग श्रेणी में विल्सन कॉलेज मुंबई के डॉ. डीवी प्रभु को इंटरनेशनल लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया। साथ ही भोपाल के डॉ. ललन कुमार सिन्हा ने इंटरनेशनल बेस्ट रिसर्चर अवार्ड जीता। जबकि थाणे, महाराष्ट्र के डॉ. आर डी भगत को इंटरनेशनल बेस्ट टीचर अवार्ड देकर स मानित किया। इसके अलावा तमिलनाडु के डॉ. एस वासुदेवन को इंटरनेशनल सर्वाधिक पब्लिकेषन अवार्ड एवं बड़ौदा के डॉ. पी सी मानकोड़े को इंटरनेशनल बेस्ट रिसर्च सुपरवाइजर अवार्ड दिया गया। इंटरनेशनल बेस्ट रिसर्च स्कोलर अवार्ड दिल्ली के युवा वैज्ञानिक यूसी राजेश को दिया गया।