राज्यों के 600 लोक कलाकार व शिल्पकार भाग लेंगे
उदयपुर। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से 21 से 30 दिसम्बर तक शिल्पग्राम उत्सव का आयोजन किया जाएगा। उत्सव में देश के 21 राज्यों से 600 कलाकार व 1000 शिल्पकार भाग लेंगे। उद्घाटन राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह करेंगे। विशिष्ट अतिथि गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया होंगे।
केन्द्र निदेशक फुरकान खान ने गुरूवार को शिल्पग्राम के कला विहार में बताया कि उत्सव में केन्द्र के सदस्य राज्य राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा तथा केन्द्र शासित प्रदेश सिलवास के अलावा दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मू व कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ऑडीशा, अरूणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मिजोरम, नागालैण्ड, मणिपुर, त्रिपुरा, सिक्किम, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक इत्यादि राज्यों से शिल्पकार व लोक कलाकार उदयपुर आयेंगे।
उन्होंने बताया कि उत्सव के दौरान दोपहर 11.00 बजे मेला प्रारम्भ होगा तथा टिकिट काउन्टर 10 बजे खुल जाएंगे। हाट बाजार में से शिल्प प्रदर्शन के साथ-साथ शिल्पग्राम परिसर के विभिन्न मंचों मुख्य द्वार के समीप आंगन, ढोल झोंपड़ी के सामने चौपाल, भुजोड़ी व पेठापुर झोंपड़ी के समीप बने गुर्जरी मंच पर दोपहर 12.00 बजे लोक कलाकारों द्वारा नृत्य प्रस्तुतियाँ दी जावेंगी तथा शाम 6.00 बजे से मुक्ताकाशी रंगमंच ‘कलांगन’ पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होंगी। केन्द्र निदेशक श्री खान ने बताया कि उत्सव में मुख्यत: गोटीपुवा (ओडीसा), रायबेन्शे व बाउल गायन (पश्चिम बंगाल), वीरईनटनम (पाण्डेचेरी), छकरी, कावा, डोगरी, रौफ़, भूमरौ (जम्मू व कश्मीर), मयूर (उत्तरप्रदेश), छापेली व घसियारी (उत्तराखण्ड), गिद्दा (पंजाब), देखणी (गोवा), संबलपुरी, सिद्दी धमाल (गुजरात), लावणी (महाराष्ट्र), कडग़म (तमिलनडु), बिहू (असम), पुंग ढोल चोलम व स्टिक डांस (मणिपुर), सिंगी छम (सिक्किम) लोक नृत्यों का प्रदर्शन प्रमुख आकर्षण का केन्द्र होगा।
उत्सव के प्रमुख नवाचार : उत्सव से जुड़े नवाचारों की चर्चा करते हुए खान ने बताया कि उद्घाटन पर 21-22 दिसम्बर को केन्द्र द्वारा विशेष रूप से तैयार सिम्फनी ‘लोक नाद’ प्रस्तुत की जाएगी जिसमें विभिन्न लोक वाद्य यंत्रों की ध्वनियों का समावेश किया गया है। उत्सव में 23 व 24 दिसम्बर को संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के सौजन्य से ‘‘नृत्यरूपा’’ की प्रस्तुति विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगी। हाल ही में जापान व दक्षिण अफ्रीका में आयोजित भारत महोत्सव में प्रदर्शित इस विशेष नृत्य नाटिका में भारत की विभिन्न शास्त्रीय नृत्य शैलियों का समावेश उदयपुर में देखने को मिलेगा। उत्सव में ही बालकों के लिये विशेष रूप से ‘बाल संसार’ की गतिविधियाँ शिल्पग्राम की सम झोपड़ी में होंगी।