गीतांजली में नैनो तकनीक पर संगोष्ठी
उदयपुर. गीतांजली इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मेसी द्वारा गीतांजली यूनिवर्सिटी में हुई संगोष्ठी में अमरीका की होवर्ड यूनिवर्सिटी में बायोफार्मास्यूटिक्स एवं फार्माकोकईनाटिक्स के प्रोफेसर डॉ कृष्ण कुमार ने नैनो तकनीकी से कैंसर जैसी बीमारियों के उपचार में उपयोगी दवाओं को ओर अधिक कारगर बनाने के लिए नए शोधों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार की घातक बीमारियों के लिए रोज़ नई दवाईयों का आविष्कार संभव नहीं है लेकिन उपलब्ध दवाईओं को इन बीमारियों के उपचार के लिए अत्यधिक कारगर बनाने के लिए नैनो तकनीक के माध्यम से नए शोध किया जाना संभव है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में यूएस में फार्मा विद्यार्थियों को इस ओर प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अन्य देशों में भी विद्यार्थियों को इस ओर प्रेरित करने की आवश्यकता है। इसके साथ ही उन्होंने ’’नेनो दवाओं के लिए नेनो कणों का उपयोग और एच.आई.वी एवं कैंसर प्रतिरोधक दवाओं के वितरण के लिए इन कारकों का प्रयोग’’ पर संक्षिप्त जानकारी उपलब्ध कराई।
गीतांजली फार्मेसी के डीन एवं संयोजक डॉ अशोक दशोरा ने बताया अतिथियों का स्वागत किया और उदिचि कटारिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में प्रिंसिपल नर्सिंग स्कूल योगेश, गीतांजली पीजी स्टडीज़ की डीन, स्नातक, स्नात्तकोत्तर एवं शोधकर्ताओं ने भाग लिया।