मुख्य वन संरक्षक ने मीडियाकर्मियों को कराया दौरा
उदयपुर। मुख्य वन संरक्षक राहुल भटनागर ने कहा कि वन्य जीवों को प्राकृतिक पर्यावरण प्रदान करने के लिए सज्जनगढ़ की तलहटी में बनाया गया सज्जनगढ़ बायोलोजिकल पार्क आने वाले दिनों में विश्व के सुंदरतम शहरों में शुमार लेकसिटी की शान बनेगा।
भटनागर सोमवार को सज्जनगढ़ बायोलोजिकल पार्क में मीडियाकर्मियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बताया कि गुलाबबाग परिसर में वन्यजीवों के लिए स्थान बहुत सीमित था अतः सज्जनगढ़ अभ्यारण्य की तलहटी से अभ्यारण्य सीमा से बाहर उपलब्ध वन भूमि में से 36 हैक्टेयर क्षेत्र में गुलाबबाग स्थित उदयपुर चिडि़याघर के सेटेलाइट चिडि़याघर के रूप में सज्जनगढ़ बायोलोजिकल पार्क का विकास 20.36 करोड़ से किया गया है।
उन्होंने बताया कि जैविक उद्यान सज्जनगढ़ में 3 कार्यकारी एजेन्सियां कार्य कर रही है। पार्क के विकास संबंधी विभिन्न सिविल कार्य राजस्थान स्टेट रोड़ डवलपमेंट कोरपोरेशन द्वारा किए जा रहे है। सर्विस रोड सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा सम्पादित किया जा रहा है। वृक्षारोपण संबंधी कार्य वन विभाग द्वारा कराये जा रहे है।
उन्होंने इसमें बनाए गए एनक्लोजरों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस पार्क में 28 एनक्लोजर प्रस्तावित है। इसमें 21 एनक्लोजर पूर्ण हो गए है, 3 का कार्य प्रगति पर है एवं 4 एनक्लोजरों की स्वीकृति केन्द्रीय चिडियाघर प्राधिकरण से मिलना शेष है। उन्होंने पार्क में आने वाले पर्यटकों के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए प्रतिबद्धता जताई और कहा कि शर्तिया रूप से यहां आने वाले पर्यटकों को किसी भी प्रकार से निराशा नहीं मिलेगी।
पिंजरों में नहीं खुले में दिखेंगे वन्यजीव : उप वन संरक्षक (वन्यजीव) टी.मोहनराज ने बताया कि सज्जनगढ़ बायोलोजिकल पार्क में अब आमजन को वन्यजीव पिंजरों में नहीं अपितु प्राकृतिक वातावरण में खुले घूमते हुए नज़र आएंगे। फिलहाल गुलाबबाग जंतुआलय के वन्यजीवों को यहां स्थानांतरित किया गया है। इसके साथ ही जयपुर से 3 घडि़याल, पूना से 1 मादा बाघ, बेनरघाटा (बंगलौर) से 1 नर बाघ एवं 2 हाइब्रिड लॉयन, जूनागढ़ से 1 जोड़ा पेंथर एवं 1 जोड़ा एशियाटिक लॉयन, चेन्नई से 2 शतुरमुर्ग लाये जा चुके है। रांची से जंगल केट लाना शेष है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में कुल 56 वन्यजीवों को इस पार्क में छोड़ा जा चुका है।
राजस्थान का बेस्ट पार्क बनेगा : प्रसिद्ध वन्यजीव विशेषज्ञ व एसीएफ डॉ. सतीश शर्मा ने बताया कि सज्जनगढ़ की तलहटी में बनाए जाने के कारण यह पार्क अपनी विमोहिनी भौगोलिक स्थिति के कारण राजस्थान का बेस्ट पार्क बनेगा। उन्होंने बताया कि यह पार्क बोरादा लेण्ड स्केप मॉडल पर बनाया गया है और इसमें वन्यजीवों के अनुकूल हर परिस्थिति को मुहैया करवाया जा रहा है। वन्यजीवों के प्राकृतिक आवास को तैयार करने के लिए भी यहां पर 6 हजार से अधिक पौधों का भी रोपण किया गया है और इनके बड़े होने पर इस पार्क की सुन्दरता और भी अधिक बढ़ जाएगी।
मीडियाकर्मियों ने देखा पार्क : प्रेस वार्ता से पूर्व मीडियाकर्मियों को बायोलोजिकल पार्क का भ्रमण कराया गया और विभिन्न एन्क्लोजरों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने पूरे पार्क का तसल्ली से देखा और जानकारिया संकलित की।