बाल चलचित्र की सुहानी यादों के साथ बाल फिल्मोत्सव का समापन
करीब 30 हजार बच्चों ने देखी फिल्में
उदयपुर। राष्ट्रीय बाल चलचित्र समिति एवं जिला प्रशासन साझा प्रयासों के आयोजित राष्ट्रीय बाल फिल्मोत्सव 27 फिल्मों की सुनहरी यादों के साथ मंगलवार को सम्पन्न हुआ। फिल्मोत्सव में विभिन्न विद्यालयों के करीब 30 हजार विद्यार्थियों-बच्चों ने मनोरंजन का लुत्फ उठाया।
सेलिब्रेशन मॉल के पीवीआर सिनेमाज़ परिसर में समापन समारोह के मौके पर स्वच्छता का प्रेरक संदेश देने के लिए उदयपुर के स्थानीय बाल कलाकारों द्वारा निर्देशित फिल्म ‘पहल‘ का प्रदर्शन रोचक एवं समसामयिक बन पड़ा। सभी ने बाल कलाकारों के प्रयास की करतल ध्वनि से सराहना की। इस मौके पर स्कॉलर्स एरेना स्कूल के बालक-बालिकाओं ने देश प्रेम आधारित आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति दी। वहीं रविप्रकाश मैजिक शो में हैरतअंगेज करिश्मों ने बच्चों को गुदगदाया।
समारोह में मुख्य अतिथि के उद्बोधन में मेयर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि आज के परिप्रेक्ष्य में फिल्में बच्चों में प्रेरणा एवं संस्कार देने वाली बनें। इसमें सेंसर बोर्ड को महती भूमिका निभाने की जरूरत है। इस मौके पर संभागीय आयुक्त भवानी सिंह देथा ने बताया कि बाल मनोरंजन एवं नई पीढ़ी को फिल्म निर्माण तकनीक से रूबरू कराने में ऐसे समारोह के निरंतर आयोजन होने चाहिए जिससे भावी पीढ़ी इसे सीख सके। जिला कलक्टर आशुतोष ए.टी.पेडणेकर ने इस आयोजन के लिए पीवीआर, आइनॉक्स, पिक्चर पैलेस व अशोका सिनेमा हॉल्स की निःशुल्क आयोजन के लिए उपलब्धता के लिए तथा अन्य सभी सरकारी संस्थाओं के सहयोग के लिए आभार जताया। उन्होंने बाल कलाकारों एवं फिल्म निर्माण से जुड़े कलाकारों निर्देशक एवं समन्वयकों की तारीफ की।
समारोह में प्रथम पुरस्कार ‘पहल‘ फिल्म निर्माण के लिए बाल निर्देशक प्रियांशु सुवालका एवं प्रद्युम्न मेनारिया को, द्वितीय पुरस्कार ‘काल करे सो अब‘ निर्देशक महेश सोनी एवं सलोनी तथा तृतीय पुरस्कार ‘मोबाइल पडे़गा महंगा‘ के लिए अभयराज पंवार एवं चेल्सी को दिया गया।
इस अवसर पर अति.जिला कलक्टर सी.आर.देवासी, विशिष्ट अतिथि उपनिदेशक (महिला एवं बाल विकास विभाग) अरविन्द पोसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी भरत मेहता, अति. जिला शिक्षा अधिकारी शिवजी गौड़, जिला परिवहन अधिकारी कानसिंह परिहार सहित बड़ी संख्या में अधिकारी व विद्यार्थीगण मौजूद थे। कार्यक्रम का संयोजन श्रीमती बृजबाला ने किया। राष्ट्रीय बाल चित्र समिति की वितरण प्रभारी श्रुति श्रीवास्तव ने अतिथियों का आभार जताया।