सक्रांति उत्सव में आए देशभर से पहुंचे श्रद्धालु
उदयपुर। शांतिदूत गच्छाधिपति आचार्य श्रीमद् विजय नित्यानंद सूरिश्वर ने 45 मिनट तक धारा प्रवाह में सक्रांति महोत्सव का महामंगलिक दिया। महामांगलिक का श्रवण करने के लिए देश के कोने-कोने से गुरु भक्तों का तपागच्छ की उद्गम स्थली आयड़ तीर्थ पर आगमन हुआ। उधर सवीना तीर्थ पर प्रतिष्ठा महोत्सव के निमित तीसरे दिन 18 अभिषेक हुए।
आयड़ तीर्थ पर आचार्य नित्यानंद सूरिश्वर ने मंगलवार को शुभ मुहूर्त में दोपहर 2.25 बजे महामंगलिक दिया। इस महामंगलिक को श्रवण करने के लिए पंजाब, हरियाणा, गुजरात, मध्यप्रदेश, जम्मू, दिल्ली, राजस्थान सहित देश के अलग-अलग क्षेत्रों से सैकडो गुरू भक्तों ने संक्राति महोत्सव में भाग लिया। इस मौके पर आचार्यश्री ने कहा कि भक्त के मन में यदि गुरू बस जाए तो बडी बात नही लेकिन गंरू के मन में भक्त बस जाय तो भक्त के जीवन की सबसे बड़ी सफलता है। इस अवसर पर मुनि मोक्षानंद ने भी धर्मसभा में विचार व्यक्त किए।
महासभा के मंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि समारोह का आगाज पंजाब क्षेत्र से आए गुरू भक्तों ने वल्लभ तुझको ध्याउं सवेरे सवेरे… सक्रांति का परंपरागत गीत गाकर किया। चैन्नई से आई पूजा बापना ने सक्रांति गीत पर सभी गुरू भक्तों को झूमा दिया। महासभा के अध्यक्ष तेजसिंह बोल्या ने आचार्यश्री का आभार ज्ञापित करते हुए कहा कि उदयपुर को दूसरी बार सक्रांति महोत्सव मनाने का मौका मिला है। प्रतिष्ठा महोत्सव संयोजक किरणमल सावनसुखा ने शब्दों द्वारा स्वागत किया। समारोह में गुजरात के छोटा उदयपुर के सांसद रामसिंह राटवा उपस्थित थे। समारोह का सफल संचालन आलोक पगारिया ने किया। समारोह के समापन पर सभी गुरू भक्तों को आचार्यश्री ने आशीष दिया।
18 अभिषेक : महोत्सव के प्रचार संयोजक संजय खाब्या ने बताया कि सवीना तीर्थ के जीणोद्वार के बाद चल रहे प्रतिष्ठा महोत्सव के तीसरे दिन विधकारक कल्पेश भाई द्वारा मंदिर व भगवान के शुद्धिकरण के लिए 18 अभिषेक की पूजा कराई गई। यह पूजा प्रतिष्ठा के सम्पूर्ण लाभार्थी केसरबाई सुपुत्र कालूलाल मीना देवी जैन खेरोदिया परिवार ने की।
बनेगा आराधना भवन : महासभा के मंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि आचार्यश्री की निश्रा मंं आयड़ तीर्थ पर अब भव्य आराधना भवन बनाने का लाभ श्रीमती जयश्री बेन नवनीत भाई, नरेश भाई शाह परिवार पाटन वालों ने लाभ लिया। सवीना तीर्थ पर पाश्र्वल्लभ जैन भवन के निर्माण का लाभ समाजरत्न श्रीमती सुशीला बेन-किरणमल सावनसुखा, रमेश नरेश चौधरी, कालूलाल-मीना जैन ने लिया।
श्री पार्श्वीवल्लभ आराधना भवन सवीना तीर्थ पर निर्माण का मुख्य लाभ जालंधर पंजाब की शशि शिमला रानी जैन परिवार ने लिया। इस अवसर पर महासभा के पदाधिकारियों द्वारा इन सभी का शॉल, माला, पगडी, स्मृति चिन्ह और मंगल मूर्ति से अभिनंदन किया गया।
आयड़ धर्मशाला की पेढी का लोकार्पण : महासभा के धर्मशाला संयोजक अंकुर मुर्डिया ने बताया कि आयड धर्मशाला की अत्याधुनिक श्री आदिनाथ भगवान तपागच्छ पेढी का लोकार्पण चैन्नई निवासी मोहनलाल, पन्नालाल सिंघवी एवं शाह रूपचंद जवेर कोठारी द्वारा आचार्यश्री की उपस्थिति में मोली खोलकर किया गया।
मुमुक्षु ने दिया दीक्षा का न्यौता : 23 मई को बाल मुमुक्षु ऋषभ अजीत जैन राजस्थान के कुचेरा में आचार्यश्री की निश्रा में दिक्षा लेने जा रहे हैं। इस पर मुमुक्षु बालक ने कहा कि छोटी सी उम्र में साधना के पद पर चलने का संकल्प गुरूदेव की निश्रा में लिया है और जिन शासन को आगे बढाने के लिए कदम बढाये है। उन्होंने समारोह में मौजूर सैकडो लोगों को दिक्षा समारोह में शरीक होने का निमंत्रण दिया। इस अवसर पर महासभा अध्यक्ष तेजसिंह बोल्या, मंत्री कुलदीप नाहर, उपाध्यक्ष गोपालसिंह परमार मुख्य लाभार्थी कालूलाल जैन ने समाज की ओर से उनका बहुमान किया। इस दौरान सम्पूर्ण कार्यक्रम स्थल तालियों की गूंज से गूंजायमान हो गया।
आज प्रतिष्ठा : महासभा के मंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि प्रतिष्ठा महोत्सव के चौथे दिन जिनबिम्बों एवं शासक रक्षक देव देवियों की भव्य प्रतिश्ठा प्रात:कालीन शुभ वेला में आचार्यश्री की निश्रा में धूमधाम से होगी। दोपहर को शांति स्नात्र महापूजा, मंदिरजी में कुमकुम के थापे लगाकर एक दूसरे को प्रतिष्ठा की बधाइयां दी जायेगी।