गृहमंत्री का काफिला जाम में अटका था कुछ दिन पूर्व
रोका जा रहा है निजी बसों को शहर में आने से
उदयपुर। प्रशासन के कहे अनुसार चलने के बावजूद अब वह हम पर ही रौब जमाने लगा है। उनके कहे अनुसार कहने के बावजूद हमारी बसों को रोका जा रहा है जबकि जितना रोडवेज की बस टैक्सु चुकाती है, उतना ही हम भी चुकाते हैं। फर्क है तो यह कि वह सरकार के अधीन है और हम नहीं। यह भी सिर्फ इसलिए कि गृहमंत्री के काफिले को कुछ दिन पूर्व किसी यातायात पुलिस की लापरवाही के कारण पांच मिनट के लिए जाम में फंसना पड़ गया। उसी के विरोध में यह कार्रवाई की जा रही है।
उदयपुर शहर में निजी विडियोकोच, टूरिस्टए बसों को रोकने पर मंगलवार को बुलाई गई प्रेस वार्ता में उदयपुर ट्रेवल्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों का आक्रोश कुछ इस तरह झलका। उल्लेाखनीय है कि उदयपुर ट्रेवल्स एसोसिएशन अपनी बसों को शहर में आने से रोकने तथा किसी तरह का कोई प्लान नहीं बनाकर देने के विरोध में सात दिन से आंदोलन कर रहे हैं। इनका कहना था कि इससे न सिर्फ शहरवासियों को बल्कि पर्यटन नगरी में आने वाले पर्यटकों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष पारस सिंघवी ने कहा कि जितना किराया व्यक्ति को अहमदाबाद से उदयपुर आने में नहीं लगता उससे अधिक उसे गंतव्यह पर जाने के लिए देना पड़ रहा है। शहर के तीन किमी. दूर बसों से उतरने वाली सवारी यात्री के साथ कभी कोई हादसा हो गया तो उसकी जिम्मेदारी किसकी रहेगी, यह बताने के लिए कोई तैयार नहीं है। उनका कहना था कि हमने अपने अनुसार पुलिस के मांगे जाने पर सुझाव भी दे दिए लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। गृहमंत्री शहर के विधायक होने के बावजूद उनसे इस बारे में संपर्क करने की बात पर उन्होंने कहा कि उन्हें ज्ञापन भी दिया गया जिस पर उन्होंने जयपुर जाकर कुछ कार्रवाई करने की बात कही है।
होटल एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना था कि जब पर्यटक शहर के अंदर नहीं आ पाता है तो वह अन्य जरियों की लूटपाट का शिकार होता है। उसके बाद जब वह जाता है तो अच्छा संदेश लेकर नहीं जाता जो उदयपुर के भविष्य के लिए बिलकुल भी ठीक नहीं है। बताया गया कि कुछ दिन पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया का काफिला उदियापोल से गुजर रहा था। तब किसी बस के बीच सड़क पर खड़े रहने के कारण जाम लग गया और कटारिया की गाड़ी को भी कुछ देर खड़ा रहना पड़ गया जिसका खामियाजा इस तरह शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। प्रेस वार्ता में टूरिस्ट बस एसोसिएशन के श्याम कुमार, चैम्बर ऑफ कॉमर्स के संरक्षक गणेश डागलिया, होटल एसोसिएशन के विश्व विजय सिंह, मनीष गलुण्डिया, कमलसिंह चौधरी सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।