उदयपुर। अमर शहीद क्रांतिकारी प्रताप सिंह बारहठ की जयंती व शहादत दिवस पर रविवार को टाउन हॉल स्थित शहीद स्मारक पर क्रान्तिकारी प्रताप सिंह बारहठ की शहादत दिवस पर रायल्स ग्रुप मेवाड़ की ओर से उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजली अर्पित कर उनके कदमों पर चलने का आव्हान किया।
कार्यक्रम में शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद थे। वक्ताओं ने आयोजित सभा में कहा कि केसरी सिंह बारहठ के पुत्र प्रताप ने शचीन्द्रनाथ के साथ मिल कर दिल्ली में क्रांतिकारियों के संगठन का कार्य किया। वे जोधपुर के रातानाड़ा क्षेत्र में पकड़े गए। उन्हें बंदी बनाकर साथियों के नाम उजागर करने के लिए प्रलोभन दिये गये, मगर उन्होने कोई बात नहीं बताई। उन्हों ने कहा कि अब तक एक मां कष्ट पा रही है। मुंह खुल गया तो कई माताएं कष्ट पाएंगी। इस पर उन्हें पांच साल की सजा हुई। उन्हे बरेली सेन्ट्रल जेल में रख गया, वहीं यातनाएं सहते सहते मात्र 25 साल की उम्र में 24 मई 1918 को उन्होंने आखिरी सांस ली।
103 युवाओं ने किया रक्तदान : भूपाल करणी चारण छात्रावास में रविवार को रॉयल्स ग्रुप मेवाड़ तथा लोकमित्र ब्लड बैंक एवं थेलिसीमीया रिसर्च सेन्टर की ओर से रक्तदान महादान कार्यक्रम में 103 युवाओं ने रक्तदान किया। डॉ. नरेन्द्रसिंह चारण, सार्दुल सिंह चारण, विष्णु प्रताप सिंह चारण ने बताया कि इस अवसर पर ब्लड ग्रुप, ईसीजी, बीपी की जांच की गई । इस अवसर पर हरेन्द्र सिंह सोदा, सिद्धार्थ देवल, हिम्मत सिंह उज्जवल, शिवदल मेवाड़ के मनीष मेहता, मोटियार परिषद के सम्भाग पाटवी घनश्याम भीण्डर, उपप्रधान राजेन्द्र सिंह बरवाडा सहित अनेक कार्यकर्ता उपस्थित थे।