आयड़ को सीवर मुक्त करने हिन्दुस्तान जिंक देगा 70 करोड़ रूपये
उदयपुर। वेदान्ता-हिन्दुस्तान जिंक एवं रोटरी क्लब मेवाड़ द्वारा जनता को बहुत ही कम कीमत पर एटीएम के जरिये शुद्ध एवं ठण्डा पेयजल उपलब्ध कराने के लिए शहर में तीन स्थानों पर लगाए गए एटीएम मिनरल वाटर प्रोजेक्ट में से सहेलियों की बाड़ी के बाहर लगाये गये कियोस्क का गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने फीता काटकर शुभारम्भ किया।
इसके अलावा दो अन्य स्थानों पर कटारिया ने ऑन लाइव उद्घाटन कर उन्हें भी प्रारम्भ किया। सहेलियों की बाड़ी में आयोजित एक समारोह में कटारिया ने कहा कि देश में जमीन हमारी, पानी हमारा इसके बावजूद प्रतिदिन पानी के व्यवासाय से अर्जित हो रहे करोड़ों रूपयें से यह व्यवसाय खूब फल फूल रहा है। इस प्रोजेक्ट से इस व्यवसाय के कारोबारियों के कारोबार पर चोट लगेगी लेकिन जनहित में हमें उनकी नाराजगी भी झेलनी ही होगी।
उन्होंने कहा कि जिंक-रोटरी मेवाड़ मिलकर बस स्टेण्ड, रेलवे स्टेशन सहित पर्यटक स्थलों पर ऐसे कियोस्क लगायें ताकि पर्यटकों को पानी को लेकर किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। रेलवे कियोस्क के लिए जमीन उपलब्ध नहीं कराता है तो कियोस्क सडक़ पर लगाएं। हिन्दुस्तान जिंक ने शहर के विकास हेतु आयड़ नदी को अगले तीन वर्षो में सीवर मुक्त बनाने के लिए 70 करोड़ रुपए स्वीकृत किए है। उन्होंने जिंक को विश्वास दिलाया कि सीवर मुक्त होते ही हम 11 किलोमीटर नदी में पानी को रोक इसे विश्व में सुन्दर बना देंगे।
कटारिया ने कहा कि देवास तीसरे व चौथे चरण को पूरा करे के लिए प्रयासरत है। देवास के चरण पूरा होते ही उदयपुर के पानी को ग्रेविटी के जरिये राजसमन्द भी ले जाया जाएगा ताकि वहां की जनता को भी पानी मिल सकें। उदयपुर में पानी बहुत है लेकिन उसका दुरूपयोग बहुत हो रहा है। यदि हम उसके दुरूपयोग को रोक उस पानी को किसानों तक पंहुचा पायें तो हम और आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
ओवरफ्लो भी बनें सुन्दर-उन्होंने हिन्दुस्तान जिंक से आग्रह किया कि काला किवाड़ से गिरने वाले ओवर फ्लो पानी के मार्ग को पंचवटी तक सुन्दर बनाने के लिए वह आगे आए। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। उन्होंने निगम से कहा कि वह शहर के पर्यटक स्थलों पर दिन एवं रात में दो बार सफाई व्यवस्था शुरू करवायें।
मुख्य अतिथि हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अखिलेश जोशी ने कहा कि शहर को स्मार्ट सिटी बनाने हेतु जिंक से जितना भी हो पायेगा हर संभव सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि जिंक किसी भी प्रोजेक्ट के लिए पैसा दे सकता है लेकिन उसका रखरखाव नहीं कर सकता है। जिंक शहर में शीघ्र ही प्रशासन के सहयोग से दो और एसटीपी प्लान्ट लगाएगा।
विशिष्ट् अतिथि महापौर चन्द्रसिंह कोठारी ने कहा कि शहर को समार्ट सिटी बनाने के लिए जनता के सहयोग की बहुत आवश्यकता है। उनके सहयोग के बिना यह संभव नहीं है। देश में अनुशासन के लिए कानून की मदद लेनी होती है। ऐसा ही उदयुपर में भी शुरू किया गया है।
जिला कलेक्टर रोहित गुप्ता ने कहा कि इस प्रोजेक्ट से राजस्थान में एक नई शुरूआत हुई है। उदयपुर का शहर का स्मार्ट सिटी के लिए चयन होने के बाद उसे बनाये रखना और अधिक महत्वपूर्ण है। जिंक द्वारा आयड़ नदी को सीवर मुक्त बनाने हेतु उठाया गया कदम स्मार्ट सिटी का ही एक भाग है। शहर में ट्रांसपोर्ट सिस्टम को और अधिक स्मार्ट बनाना होगा। किराया प्रणाली में सुधार करना होगा। राज्य सरकार की आदर्श स्कूल योजना में जिंक ने भी सहयोग करने का आवश्वासन दिया है।
रोटरी क्लब मेवाड़ के संरक्षक हंसराज चौधरी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के शुरू हो जाने से पेट संबंधी बीमारियों में 25 से 30 प्रतिशत कमी आने की संभावना होगी। क्लब द्वारा शहर में कुल 10 कियोस्क लगाये जाने है जिसमें से शेष 7 स्थानों का चयन कर इसी माह लगा दिये जाऐंगे। प्रारम्भ मं जिंक के सीएसआर प्रोजेक्ट के हेड सीएसआर मेहता ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि जिंक व रोटरी मेवाड़ प्रधनामंत्री के दो मिशन डिजिटल इंडिया एंव स्वच्छ भारत के तहत मिल कर कार्य कर रहे है।
समारोह में नगर विकास प्रन्यास के सचिव रामनिवास मेहता, महाराणा भूपाल चिकित्सालय के प्राचार्य डॉ.डी.पी.सिंह, अस्पताल अधीक्षक डॉ. तरूण गुप्ता, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता अनिल नेपालिया, रोटरी के पूर्व प्रान्तपाल निर्मल सिंघवी, प्रो. बीपी भटनागर, रोटरी क्लब मेवाड़ के अध्यक्ष मुकेश चौधरी एवं सचिव आशीष हरकावत सहित अनेक अतिथि मौजूद थे। मुकेश चौधरी ने धन्यवाद दिया। कटारिया ने प्रोजेक्ट में सहयेाग करने वाले सहयोगियों जेके तायलिया, प्रवीण सुथार, कोमल कोठारी, योगेश पगारिया को स्मृवति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। संचालन डॉ. लोकेश जैन ने किया।