मनोरथ की तैयारियों में सजा उदयपुर का श्रीनाथ मंदिर
उदयपुर। 14 – 15 जुलाई को आयोजित लालन मनोरथ के भव्य आयोजन में एक दिन शेष है। मंदिर और मंदिर परिसर से जुड़े स्थलों के साथ नाथद्वारा से उदयपुर का मार्ग भी लालन के स्वागत में जगह-जगह सजाया जा रहा है। स्थानीय श्रीनाथजी मंदिर में मनोरथ की तैयारियां लगभग पूर्ण कर ली गई है। लालन मनोरथ समिति की रविवार को हुई बैठक में व्यवस्थाओं पर पदाधिकारियों ने अंतिम रूप दिया गया।
प्रभु श्री नवनीत प्रिया जी लालन प्रभु : श्रीनाथ जी के गोद के ठाकुर जी प्रभु श्री नवनीत प्रिया जी भक्तों में लालन प्रभु के नाम से जाने जाते हैं। श्रीनाथजी ब्रिज से मेवाड़ के नाथद्वारा आने के बाद जहाँ भी नाथद्वारा से बाहर मनोरथ होता हे श्री लालन प्रभु भक्तों को श्रीजी के प्रति रूप में दर्शन देते हैं।
क्या और कब : मंगलवार को श्री लालन प्रभु शाही ठाट बाठ से श्री नाथद्वारा से सुखपाल में बिराजकर सुसज्जित रथ से दोपहर 1.30 बजे आरएमवी स्कूल उदयपुर पधारेंगे। आरएमवी स्कूल से लालन प्रभु के सुखपाल के साथ भव्य शोभायात्रा के रूप में स्थानीय श्रीनाथजी मंदिर तक पधारेंगे। शाम को सात बजे आज वन झूलत नटवरलाल का मुख्य मनोरथ होगा। 15 जुलाई बुधवार प्रातः मंगला में श्रीजी की गोद में बिराजेंगे। मध्यान्ह 11 बजे श्रीजी सेवा मंडली में पलना में बिराजेंगे। सांयकाल के मनोरथ में भी लालन प्रभु के दर्शन होंगे।
भव्य होगा मनोरथ :- झीलों की नगरी उदयपुर में होने वाला आज वन झूलत नटवरलाल मुख्य मनोरथ प्रभु श्री कृष्ण के वन में झूलने के भाव का मनोरथ हे , यहां होने वाला मनोरथ भी इसी भाव से होगा और पुरे मंडप को वन के रूप में दिव्य भाव से सुसज्जित किया जा रहा है। लालन मनोरथ समिति की रविवार को हुई बैठक में व्यवस्थाओं पर पदाधिकारियों ने अंतिम रूप दिया। प्रभु श्री नवनीत प्रियाजी मनोरथ समिति के सह संरक्षक धर्मनारायण जोशी, कृष्णदास पारीख, भुवनेश भाई शाह, अंतर्राष्ट्रीय पुष्टिमार्गीय वैष्णव परिषद प्रदेशाध्यक्ष राजेश भाई मेहता, शहर जिलाध्यक्ष जयंतीलाल पारीख, पूर्व अध्यक्ष हेमंत चौहान, मनोरथ समिति के मीडिया प्रमुख हेमेन्द्र श्रीमाली, नवनीत पारीख, नरेंद्र पारीख, किशोर व्यास, विजय प्रकाश विप्लवी, रमनलाल पारीख, अनिल पारीख, सुनील पारीख आदि ने भी तैयारियों के बारे में विचार जानकारी दी।