समाज के बच्चों को मंत्र दीक्षा, तेरापंथ युवक परिषद का आयोजन
उदयपुर। मुनि राकेष कुमार ने कहा कि नवकार महामंत्र की महिमा निराली है। प्रतिदिन इसकी माला फेरनी चाहिए। बच्चों को तो इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए ताकि उनकी बुद्धि का विकास हो और वे अपने पथ पर निरंतर अग्रसर हो सकें।
वे तेरापंथ भवन में तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में आयोजित मंत्र दीक्षा समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जितनी देर धर्म स्थान में रहें, शुद्ध रहें। अकारण हाथ-पांव हिलाये बिना शांत भाव से बैठना चाहिए। मन और तन दोनों धर्म स्थान में ही लगाना चाहिए। बुद्धि को शुद्ध रखेंगे तो निष्चय ही सब कुछ अच्छा होगा। कुबुद्धि आएगी तो विनाष ही विनाष होगा।
मुनि राकेष कुमार ने कहा कि बुद्धि को शुद्ध रखने के चार उपाय हैं। शांति बनाए रखें यानी कभी गुस्सा न करें। संतोष रखें, पवित्रता और आनंद के साथ जीना सीखें। यदि इन चार बातों का ध्यान रखा तो जीवन सफल होगा। उन्होंने बालकों को मंत्र दीक्षा के संकल्प कराए जिनमें प्रतिदिन 27 बार नमस्कार महामंत्र का जप करने, शराब, अण्डों-मांस का सेवन नहीं करने, बीड़ी, सिगरेट, पान, जर्दा का प्रयोग नहीं करने, माता-पिता व गुरुजनों के प्रति विनम्र रहने तथा गाली या अपशब्द का प्रयोग नहीं करना शामिल थे।
मुनि सुधाकर ने कहा कि जीवन में परिणाम जो भी आए, उसे स्वीकार करें। चाहे वह षिक्षा के क्षेत्र में हो, चाहे व्यापार या चाहे कहीं ओर। खुले मन से स्वीकार करें और गलती सुधारें। धार्मिक मंत्र का जाप करें। घर में नमस्कार महामंत्र का जाप नियमित करें।
मुनि दीप कुमार ने कहा कि नमस्कार महामंत्र जैन परम्परा का प्रभावक मंत्र है। इस मंत्र के साथ अनंत साधकों की साधना है। इसका नियमित अनुष्ठान व विधिपूर्वक प्रयोग करने से मानसिक शांति मिलती है।
तेरापंथी सभाध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने कहा कि 9 अगस्त तक तेरापंथ भवन में प्रतिदिन सुबह 6.30 से 7.30 बजे तक प्रेक्षाध्यान एवं योग के प्रयोग कराए जा रहे हैं। बच्चों को भी यथासंभव इसमें भाग लेकर न सिर्फ शरीर को बल्कि मन को भी स्वस्थ बनाने का प्रयास करना चाहिए।
तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष दीपक सिंघवी ने बताया कि नर्सरी से पांचवीं तक आयोजित चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं शौर्य सुराणा, कुषाल जैन, अनन्या मेहता तथा दूसरे वर्ग में विधि पोरवाल, नेहिल पोरवाल एवं ऋषभ इंटोदिया को पुरस्कृत किया गया। संचालन तेयुप मंत्री अजीत छाजेड़ ने किया। आभार उपाध्यक्ष अर्जुन खोखावत ने व्यक्त किया।