वुड स्कल्पचर कार्यशाला सम्पन्न
उदयपुर। उदयपुर के हवाला गांव स्थित ग्रामीण कला परिसर शिल्पग्राम में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से आयोजित दस दिवसीय ‘‘वुड स्कल्पचर वर्कशॉप’’ गुरूवार को सम्पन्न हुई। कार्यशाला में मूर्ति शिल्पकारों द्वारा सृजित कृतियों को कला विहार में प्रदर्शित किया गया।
वुड माध्यम में सृजन को बढ़ावा देने तथा शैलीगत व तकनीकी आदान प्रदान के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यशाला में कलाकारों ने काष्ठ की शिराओं को बारीकी से समझते हुए उसके अनुरूप अपनी कृतियों का सृजन किया। प्रदर्शनी में नेमाराम द्वारा सृजित कार में जहां उदयपुर का सौन्दर्य परिलक्षित हुआ वहीं प्रीति कहार के स्कल्पचर में टैक्शचर के साथ कुर्सी के माध्यम से राजसी माहौल को दर्शाया गया। प्रकृति को दूती कृतियों में हर्षद पंचाल के मूर्ति शिल्प में बरसात की प्रतीक्षारत मयूर को दर्शाया गया जो बादलों की ओर निहार रहा है। अलय मिस्त्री के बनाये काठ के तोते अपने रंगों से प्रकृति का अलग रंग बिखेर रहे थे। रंजीत असारसा ने अपनी कृति में बोतल और कठफोड़वे को प्रदर्शित किया तो सचिन चौधरी ने दो समानान्तर वृक्षों को एक साथ गगन की ओर उन्मुख होते प्रदर्शित करते हुए ऊँचाईयों को दर्शाया। रूद्र ठाकर ने काष्ठ स्तम्भ को एक अलग ढंग से तराशा। इसके अलवा इस अवसर पर हार्दिक कंसारा, विजय डी. कदम आदि की कृतियों को भी कला प्रेमियों द्वारा सराहा गया।
समापन अवसर पर वरिष्ठ चित्रकार प्रो. सुरेश शर्मा ने कहा कि यह पहला अवसर है जब वुड माध्यम को ले कर एक कार्यशाला आयोजित की गई तथा इसमें सृजित कृतियाँ तथा केन्द्र के संग्रह में रखी अन्य कृतियाँ ‘मॉर्डन हैरिटेज’ का हिस्सा होंगी। इस अवसर पर केन्द्र निदेशक श्री फुरक़ान ख़ान ने कहा कि केन्द्र द्वारा इस कार्यशाला को शिल्पग्राम के नैसर्गिक वातावरण को दृष्टिगत रखते हुए उदयपुर में आयोजित करने का मानस बनाया गया तथा कार्यशाला में काष्ठ मूर्ति शिल्पकारों ने उत्कृष्ट कृतियों का सृजन किया है। गुजरात के वरिष्ठ चित्रकार श्री महेन्द्र कड़िया ने कार्यशाला के आयोजन को अनुपम बताते हुए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रतिभागी श्री सचिन चौधरी तथा सुश्री प्रीति कहार ने वर्कशॉप के अपने अनुभव साझा किये। इस अवसर पर प्रसिद्ध चित्रकार प्रो. एल.एल. वर्मा एवं शहर के अन्य कलाकार उपस्थित रहे।
‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’ पर कार्यशाला आज
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की ओर से ‘‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’’ पर गुरूवार को कला परिसर शिल्पग्राम में कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को किया जायेगा। केन्द्र निदेशक श्री फ़ुरक़ान ख़ान ने इस आशय की जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा 7 अगस्त को ‘‘राष्ट्रीय हथकरघा दिवस’’ के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया। इस अवसर पर केन्द्र द्वारा शिल्पग्राम में सायं 4.00 बजे एक कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा जिसमें वस्त्र मंत्रालय के सहायक निदेशक हैण्डलूम तथा उसके विकास व विपणन पर चर्चा करेंगे।