उदयपुर। झाडोल थाना पुलिस ने गुरुवार को नकबजनी की बड़ी वारदात का पर्दाफाश करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे 20 किलो चांदी बरामद की।
पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने बताया कि दिनांक गत वर्ष 18 सितम्बहर को कंचन बाई जैन के मकान में अज्ञात बदमाश सोने/चांदी के जेवरात चुरा ले गए। कंचन बाई के पुत्र हेमन्त खमेसरा ने रिपोर्ट दर्ज कराई।
वारदात की गम्भीरता को देखते हुए एएसपी हुनमान प्रसाद के निर्देशन में थानाधिकारी चेलसिंह के नेतृत्व में मुकेश कुमार, इन्द्रसिंह, ओमप्रकाश, दिनेश कुमार, सुखलाल, दिनेश कुमार की टीम का गठन किया गया। टीम ने पूर्व मे एटीएम तोड़ने की वारदात में संदिग्ध कालू हरिजन से पूछताछ की तो उसने झाड़ोल में कंचनबाई जैन के मकान में नकबजनी की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया।
गहन पूछताछ से जानकारी में आया कि कंचन बाई जैन सोने-चांदी के गहने गिरवी रखती है। कालू ने उदयपुर में साथी जगदीश राजपूत निवासी भुकाला थाना खमनोर के साथ मिलकर योजना बनाई। दोनों रात्रि में झाडोल आए। रात करीब 2 बजे कंचन बाई के मकान पर पहुंचे जहां बाहर की खिड़की को सरिये से तोड़कर कालू अन्दर घुसा तथा जगदीश सिंह ने मकान के बाहर नजर रखी। कालु ने अंदर से कंचन बाई की खाट के नीचे रखी सोने-चांदी के जेवरों की पेटी लेकर बाहर आ गया। आवाज होने पर कंचनबाई ने हल्लाख किया लेकिन अंधेरे के कारण दोनों भाग निकले। दोनों ने गहनों को थैलों में भरा तथा 20 किलोमीटर दूर पाबा बावजी और वहां से गाड़ी में उदयपुर पहुंचे। मित्र शिवसिंह निवासी जालोदा थाना छोटीसादड़ी जिला प्रतापगढ़ को बुलाया तथा चांदी के गहने उसके सुपुर्द कर बेचने को कहा। शिवसिंह ने पूछताछ में बताया कि दो किलो गहने उसने रखकर उसकी कीमत कालू को चुका दी बाकी 18 किलो चांदी के गहने वापस दे दिए। टीम ने कालू की निशानदेही पर उसके घर से चांदी के गहने बरामद कर लिए। 160 ग्राम वजनी सोने के गहने भूपेन्द्रसिंह पिता भंवरसिंह राजपूत निवासी सेक्टर 14 थाना गोवर्धनविलास उदयपुर को बेचना बताया। टीम ने भूपेन्द्रसिंह की गिरफ्तारी हेतु दबिश दी लेकिन वह फरार था।