कभी अपहरण तो कभी किसी के साथ जाने की देती रही जानकारी
उदयपुर। आठ वर्ष की बच्ची ने पुलिस को रात भर घुमा दिया। पढ़ाई से बचने के लिए पिछले 22 दिन से वह स्कूल नहीं जा रही थी। स्कूल के परिजनों से सम्पर्क करने पर यह मामला सामने आया। बच्ची ने बहाने भी खूब बनाए लेकिन बाद में उसने स्वत: ही सच्चाई बता दी।
पुलिस के अनुसार सेक्टर 13 निवासी बालिका पिछले 22 दिनों से विद्यालय नहीं जा रही थी। घर से सुबह परिजन स्कूल ड्रेस में तैयार कर रवाना करते। बच्ची चली जाती और स्कूल नहीं जाकर अन्यत्र दिनभर टाइम पास कर छुट्टी के समय वापस घर आ जाती। परिजनों को पता ही नहीं चला। विद्यालय प्रशासन के परिजनों से सम्पर्क करने पर परिजनों ने रोज बच्ची को स्कूल भेजने की जानकारी दी। परिजन और स्कूल प्रबंधन बच्ची से पूछताछ के लिए बच्ची का घर पर ही इंतजार करने लगे।
उधर बच्ची को पता चल गया कि स्कूल प्रबंधन घर पर पहुंच गया है तो वह घर पर ही नहीं गई और इधर-उधर घूमती रही। शाम तक बच्ची के घर नहीं आने पर परिजनों के होश उड़ गए। पहले तो परिजनों ने अपने स्तर पर बच्ची की तलाश की। बच्ची के नहीं मिलने पर पुलिस को सूचित किया। डिप्टी रानू शर्मा और थानाधिकारी महिपालसिंह बच्ची के साथ अनहोनी की आशंका पर बच्ची की तलाश शुरू की। परिजनों और पुलिस ने गोवर्धन विलास को छान मारा तो बच्ची एक स्थान पर बैठी हुई मिल गई। बच्ची को सही-सलामत पाकर पुलिस ने राहत की सांस ली और बच्ची से पूछताछ की तो पहले तो बच्ची ने बहाने बनाए और फिर सच्चाहई बता दी। उसने बताया कि पढ़ाई के डर के मारे और काम नहीं करने पर अध्यापकों द्वारा डांटने के डर से विद्यालय नहीं जा रही थी। पास ही स्थित एक खाली प्लॉट में टिफिन खा लेती और छुट्टी के समय पर पुन: घर चली जाती।