मोटीवेशन से सिखाई जीवन जीने की कला
केरियर काउन्सलिंग एण्ड मोटिवेशन पर एक दिवसीय सेमीनार
उदयपुर। जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ विश्वविद्यालय के संघटक माणिक्यलाल वर्मा श्रमजीवी महाविद्यालय में शनिवार को केरियर काउन्सलिंग एवं मोटीवेशन पर सेमीनार हुआ। प्रभारी डॉ. धीरज प्रकाश जोशी ने बताया कि मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा ने कहा कि जो युवा समाज के लिए कुछ करना चाहते है।
सामाजिक कार्यों में अपना योगदान देना चाहते हैं, उनके लिए राष्ट्रीय सेवा योजना एक अच्छा प्लेटफार्म है। इसके तहत युवाओं केा समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारियों के बारे में सचेत किया जाता है। साथ ही उन्हें समाज के हित के कार्यो में ज्यादा से ज्यादा योगदान देने की सीख दी जाती है। मुख्य वक्ता पंचम मेहता ने कहा कि सफल जीवन जीने की कला के विभिन्न रूपों पर विस्तार से सरल भाषा, हंसी तथा मजाक के लहजे में व्याख्या कर सेमीनार में उपस्थित सभी छात्र छात्राओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होने सफल जीवन जीने तथा अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए एक से बढ़कर एक कलाओं की जानकारी दी। उन्होंने जीवन कौशल के अन्तर्गत मानव सम्बंध, व्यवहार, सकारात्मक सोच, भावुकता, दुख, भय, तनाव, स्ट्रेस मैनेजमेंट, टाइम मैनेजमेंट तथा नेतृत्व जैसे विषयेां पर छात्रों को जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जीवन में चुनौतियां आएगी, लेकिन समस्या एक भी नहीं है। उन्होंने कहा कि सफल जीवन जीने के लिए व्यक्ति को सदेव यथार्थवादी दृष्टिकोण रखना चाहिए। व्यक्ति समय एवं पद के साथ अलग अलग व्यवहार करता है जो नहीं होना चाहिए। यदि आपको सदैव सफल जीवन जीना है तो आपको सदैव मुस्कराते हुए रहना होगा।
अध्यक्षता करते हुए पीजीडीन प्रदीप पंजाबी ने छात्र-छात्राओं से आव्हान किया कि वे समय निकाल कर समाज एवं राष्ट्र के उत्थान में भागीदारी निभाएं। संचालन डॉ. निलेश भट्ट तथा धन्यवाद सत्यनारायण सालवी ने दिया। डॉ. धीरज प्रकाश जोशी ने बताया कि अतिथियों द्वारा महाविद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया गया।
विद्यापीठ में एनएसएस की 6 युनिट : कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने बताया कि विद्यापीठ में एनएसएस की 06 युनिट है। प्रत्येक में 100 स्वयंसेवी छात्र होते है। माश्रम में कला एवं वाणिज्य संकाय में दो, उदयपुर स्कूल ऑफ सोशल वर्क एवं कम्प्यूटर आईटी में एक-एक व डबोक परिसर में शिक्षा संकाय की दो यूनिट है।