पेट्रोल पम्पों को मिलने वाली छीजत बढक़र 0.75 प्रतिशत हुई
उदयपुर। देश में जब से पेट्रोल-डीजल को फ्री ट्रेड घोषित किया गया। तब से पेट्रोल पम्प डीलरों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। चाहे वह कीमतों को लेकर हो या वैट को लेकर, लेकिन सरकार ने डीलरों को मिलने वाले मार्जिन में कोई बढ़ोतरी नहीं की। पेट्रोल-डीजल पर लगा वैट कम होना चाहिये।
यह कहना था राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष सुनीत बगई का, जो आज एसोसिएशन के तत्वावधान में उदयपुर पट्रोलियम डीलर्स वेलफेयर सोसायटी की ओर से सौ फीट रोड़ स्थित अशोका पैलेस में आयोजित दक्षिणी राजस्थान की संभाग स्तरीय बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यदि राजस्थान सरकार टेक्स में कुछ कमी कर दें तो राज्य की जनता को गुजरात के बराबर कीमत में पेट्रोल-डीजल मिल सकता है। तेल कम्पनियंा पहले डीलरों को छीजत कम दे रही थी जिस पर डीलर्स को नुकसान उठाना पड़ रहा था अब वह छीजत बढ़ाकर 0.75 प्रतिशत कर दी गई है। डीलर मार्जिन बढ़ाने को लेकर एसोसिएशन की ओर से संघर्ष किया जा रहा है।
बगई ने कहा कि एसोसिएशन की ओर से जयुपर में केलिब्रेशन टावर लगाया जा चुका है। उदयपुर संभाग के लिए केलिब्रेशन टावर चित्तौडग़ढ़ में लगाने के लिए एसोसिएशन की ओर से प्रस्ताव भिजवा रखा है। एसोसिएशन ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समय केन्द्र सरकार ने 4600 पेट्रोल पम्पों को गलत जारी हुए बताकर निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया था लेकिन राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने संघर्ष कर उच्चतम न्यायालय तक लड़ाई लडक़र देश के 4200 पेट्रोल पम्पों को बचाया।
उन्होंने बताया कि राज्य के पेट्रोल डीलर्स को पेट्रोल-डीजल के सन्दर्भ में बने कानून की जानकारी देने के लिए एसोसिएशन की ओर से पुस्तक तैयार की जा रही है। एसोसिएशन ने केन्द्र सरकार एंव तेल कम्पनियों से देश में लगने वाले पम्पों को इण्डियन रोड़ कांग्रेस रोड़ के अनुसार लगाने की बात कही है जिसे स्वीकार कर लिया गया है। पम्पों पर प्रथम सेम्पलिंग प्रक्रिया में बदलाव कर अब डीलरों के लिए सेकण्ड सेम्पलिंग प्रक्रिया जारी करायी। पम्पों पर अधिक स्टॅाफ रखने के तेल कम्पनियों के दबाव के चलते पम्प मालिकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने डीलरों को कहा कि वे जरूरत के अनुसार ही स्टॉफ रखें, तेल कम्पनियों के दबाव में न आयें। इस वर्ष जनवरी माह से मुबंई में पम्पों पर फ्लो मीटर से तेल भरा जा रहा है जिसे शीघ्र ही पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा।
बगई ने बताया कि 1971 में बनी इस एसोसिएशन के तहत उस समय राजस्थान मे मात्र 400 पेट्रोल पम्प हुआ करते थे। जयपुर में एसोसिएशन ने सीतापुरा इन्डस्ट्रीयल एरिया में जमीन खरीद कर वहां भवन निर्माण कराया जाएगा जिसमें डीलरों को प्रशिक्षण देने एवं तेल की गुणवत्ता जांचने के लिए लेब्रोरेट्री व ट्रेनिंग इन्स्टीट्यूट की स्थापना की जाएगी। उदयपुर में स्वच्छता से प्रभावित होकर बगई ने राज्य के सभी पम्पों पर स्वच्छता के बैनर लगाये जाने की बात कहंी। डीलरों की विभिन्न मांगे राज्य सरकार के पास लंबित है जिन्हें पर राज्य सरकार कोई उचित कदम नहीं उठा रही है। डीलरों में उन मांगों पर विचार नहीं किये जाने को लेकर काफी रोष देख गया। बैठक में राज्य सरकार को चेतावनी दी गई कि यदि उन मांगों पर शीघ्र ही कोई विचार नहीं किया गया तो एसोसिएशन को सरकार के खिलाफ कड़े कदम उठाने को मजबूर हो पड़ेगा।
उदयपुर पेट्रोलियम डीलर्स वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष आरके धाभाई ने कहा कि सरकार को पेट्रोल-डीजल पर लगे वैट को कम करना चाहिये। बैठक में डूंगरपुर, बांसवाड़ा, चित्तौडग़ढ़, राजसमन्द, प्रतापगढ़ एंव सिरोही जिले के के अध्यक्ष-सचिव एंव 300 से अधिक सदस्य शामिल हुए। इस अवसर पर जयपुर से एसोसिएशन के उपाध्यक्ष महावीर जैन,राजेन्द्र सिंह भाटी, वरिष्ठ सदस्य हुकूमसिंह शेखावत,सोसायटी के सचिव राज राजेश्वर जैन, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र जैन सहित अनेक सदस्य मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन राज राजेश्वर जैन ने किया।