रोटरी क्लब की योगा, तनाव प्रबंधन, फिजियोथैरपी एवं हेल्दी डाईट पर वार्ता
उदयपुर। फिजियोथैरपिस्ट एवं योग गुरू डॉ. व्येाम बोलिया ने बताया कि स्वस्थ रहने के लिए तीन चीजें आहार,व्यायाम एवं व्यवहार जरूरी है। तनाव का सीधा संबंध व्यवहार से होता है। जीवन जीने के तरीके से पता लगता है कि मनुष्य का व्यवहार किस प्रकार का है।
वे रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा रानी रोड़ स्थित रोटरी बजाज भवन में आयोजित योगा,तनाव प्रबंधन, फिजियोथैरपी एवं हेल्दी डाईट विषयक वार्ता में मुख्य वक्ता के रूप में बोल रहे थे। उन्होंने बताया कि तनाव शरीर में सकरात्मक एवं नकारात्मक दोनों प्रकार की उर्जा का उत्सर्जन होता है। हमें नकारात्मक की बजाय सकारात्मक तनाव की उर्जा का उत्सर्जन कर शरीर को स्वस्थ बनाये रखना चाहिये। तनाव हमारें जीवन की दिशा तय करता है। तनाव में भी सकारात्मकता लानी चाहिये।
डॉ. बोलिया ने बताया कि उदयपुर में अब योगा टूरिज्म की शुरूआत हो चुकी है। जिससे ऑन लाईन सैकड़ों युवक-युवती जुड़ भी चुके है। भारत में आपसी संबंधो में बहुत तनाव देखने का मिलता है। उन्हें काउन्सिलिंग की जरूरत होती है। जो व्यक्ति फेसबुक का उपयेाग नहीं करते है वे अच्छी लाईफ जीते है। व्यायाम शररी में एन्डोरफिक्स नामक हारमोन का उत्सर्जन करता है जो शरीर के लिए लाभकरी होता है।
उन्होंने बताया किसी भी उम्र में योगा प्रारम्भ करने से याददाश्त में तेजी आती है। उन्होंने मन और आत्मा के मिलन को योग बताते हुए कहा कि जो लोग नियमित योग करते है उनमें 70 प्रतिशत बीमारियों की कमी पायी जाती है। प्राणायाम से शरीर काफी हद तक स्वस्थ रह सकता है लेकिन उसे विशेषज्ञ की देखरेख मेें किया जाना चाहिये अन्यथा उसके विपरीत परिणाम भी देखने को मिल सकते है।
इस अवसर पर क्लब अध्यक्ष गजेन्द्र जोधावत ने योगा का जीवन का प्रमुख भाग बनाने पर जोर दिया। यदि प्रत्येक व्यक्ति योग को प्रमुखता के साथ अपनाता है तो निश्चित रूप से स्वस्थ रह सकता है। कार्यक्रम में अमेरीका के रोटरी क्लब ब्लैकटाऊन से आये प्रकाश किशन का स्वागत किया गया। प्रारम्भ में बेला जैन ने ईश वंद्रना प्रस्तुत की जबकि अन्त में सचिव सुभाष सिंघवी ने आभार जताया।