कॉमर्स एज्यूकेशन के प्रति जागरूकता जरूरी
उदयपुर। कॉमर्स एज्यूकेशन के प्रति एक वर्ष में दस लाख विद्यार्थियों में जागरूकता लानें के लिए आईसीएआई विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करेगी। जिसमें से अब तक करीब साढ़े छह लाख बच्चों की काउंसलिंग की जा चुकी है।
यह जानकारी आईसीएआई नेशनल काउंसिल की कैरियर काउंसलिंग कमेटी के चेयरमैन विजय गर्ग ने दी। उदयपुर में सेक्टर 14 स्थित आईसीएआई ब्रांच में आज उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों में यह भ्रांति है कि सीए-सीएस का सफलता अनुपात बहुत कम है। यह 40 वर्ष पुरानी बात हो चुकी है। अब 7 से 15 प्रतिशत परिणाम रहता है क्योंकि पढ़ाई के लिए चैप्टर कई तरह की सामग्री उपलब्ध कराता है, चूंकि वर्ष में दो बार एक्जाम होते हैं तो यह सक्सेस रेशियो 10 प्रतिशत भी मानें तो 20 प्रतिशत तक बैठता है। सीपीटी के परिणामों में 27 से 40 प्रतिशत तक यह अनुपात बैठता है। किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में यह सर्वाधिक सक्सेस रेशियो है।
उन्होंने कहा कि यह एकमात्र परीक्षा है जो मेरिट आधारित है। सबसे बड़ी बात कि इसमें अनएम्प्लॉयमेंट बिलकुल नहीं है। पूर्व में होशियार बच्चे को साइंस, उससे कम को कॉमर्स और फिर आट्र्स दिलाई जाती थी लेकिन आज होशियार बच्चे भी आट्र्स लेकर आईएएस की तैयारी करते हैं। उन्होंने बताया कि कुछ समय पूर्व 30 हजार बच्चों की एक साथ कैरियर काउंसलिंग की गई जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकाड्र्स और इंडिया बुक रिकाड्र्स में भी स्थान मिला। सरकार की स्किल डवलपमेंट योजना के तहत भी हम इसमें कुछ काम करना चाहते हैं ताकि दसवीं फेल, बारहवीं फेल और स्नातक फेल के बच्चों को भी हम इतना सिखा सकते हैं कि वह अपनी रोजी रोटी कमा सके।
कैरियर काउंसलिंग कमेटी के प्रदेश सदस्य नवीन वागरेचा ने बताया कि केन्द्रीय मानव संसाधन विभाग के अनुसार 68 प्रतिशत बच्चे साइंस, 23 प्रतिशत बच्चे आट्र्स और 7.5 प्रतिशत बच्चे कॉमर्स की ओर इंटरेस्ट रखते हैं। यह ऐसी भ्रान्ति है जो लोगों के दिमाग में घर कर गई है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि साइंस की तरह कॉमर्स ओलम्पियाड भी हो। सभी सरकारों से भी आग्रह किया जाएगा कि देश भर में कॉमर्स का सिलेबस एक जैसा हो ताकि पढ़ाई में कोई परेशानी न हो। सरकार से हमने आग्रह किया है कि वर्ष में एक बार कॉमर्स डे की घोषणा की जाए और उसी दिन हम एक बार वापस 30 हजार बच्चों की कैरियर काउंसलिंग करने को तैयार हैं।
कैरियर काउंसिलिंग कमेटी के उदयपुर कन्वीनर एवं सिकासा के चेयरमैन सुनिल बड़ाला ने बताया कि इसके तहत एग्जीबिशन, फेयर का आयोजन भी किया जाएगा। कॉमर्स एज्यूकेशन के लिए सरकार को हरसंभव सहायता देने को तत्पर हैं। सीए उदयपुर ब्रांच के चेयरमैन धु्रव शाह ने बताया कि अब तक 1200 से अधिक कार्यक्रम हो चुके हैं। देश में करीब 5500 काउंसलर हैं जो 145 ब्रांच में फैले हैं। इस अवसर पर कॅरियर काउन्सिलिंग के पोस्टर का विमोचन किया गया।