लेक फेस्टीवल की धूम 11 से, लगेगा फलोटिंग मार्केट, होंगे श्रीनाथजी की झांकी के दर्शन
उदयपुर। जिला प्रशासन उदयपुर एवं पर्यटन विभाग द्वारा नगर विकास प्रन्यास व नगर निगम, उदयपुर के सहयोग से शहर की झीलों की सुन्दरता को परिलक्षित करता हुआ लेक फेस्टिवल 11 से 14 फरवरी तक होगा।
इस दौरान एलईडी बोट, लाइट एण्ड साउण्ड शो, फ्लोटिंग मार्केट, फूड बाजार, बैण्ड प्रस्तुतियां, लोक कलाकारों की प्रस्तुतियां, काइट शो तथा विभिन्न वॉटर स्पोर्टस् गतिविधियां आयोजित की जायेगी। साथ ही 11 व 12 फरवरी को अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त रॉक बैण्ड की प्रस्तुतियां भी होंगी।
निर्धारित कार्यक्रमानुसार 11 फरवरी को प्रातः 11 बजे फतहसागर पाल पर ड्रेगन बोट एवं केनो पोलो की ओपन नेशनल चैम्पियनशिप से लेक फेस्टिवल का आगाज होगा। फेस्टिवल के दौरान 11 से 14 फरवरी तक रोजाना सुबह यह प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी तथा कयाकिंग, केनाईंग, रोईंग बोटों का आकर्षक प्रदर्शन भी किया जायेगा।
चारों दिन पतंगबाजी कार्यक्रम व पतंग की प्रदर्शनी लगायी जायेगी तथा प्रतिदिन सांय 4 बजे से सेना व पुलिस बैण्ड का प्रदर्शन होगा। इसके अतिरिक्त बम्बईया बाजार पर बहुरूपिया, कठपुतली, सहरिया स्वाँग आदि का प्रदर्शन होगा। गुरुवार 11 फरवरी को सायं 7 बजे से फ्लोटिंग स्टेज पर रॉक बैण्ड इण्डियन ओशन की प्रस्तुति होगी। 12 फरवरी को सांय 7 बजे से रॉक बैण्ड प्रेम जोशवा की प्रस्तुति होगी।
पिछोला झील में 11 से 14 फरवरी तक श्रीनाथजी की झाँकी बोट पर दर्शनार्थ उपलब्ध रहेगी जो अलग-अलग समय पर विभिन्न घाटों पर पहुँचेगी। उदयपुर शहर में पहली बार डल झील की तर्ज पर पिछोला झील में फ्लोटिंग मार्केट भी लगाया जाएगा, जो अलग-अलग समय पर विभिन्न घाटों पर पहुँचेगा। पर्यटक श्रीनाथजी की झाँकी के दर्शन व फ्लोटिंग मार्केट पर नाव द्वारा भी पहुँच सकेंगे। सांय 7 व 8 बजे झील में वाटर कर्टन पर लाईट एण्ड साउण्ड शो की प्रस्तुति होगी। जिसमें पिछोला झील अपने अनुभव दर्शकों से साझा करेगी।
उप निदेशक ने दी जानकारी, बोट्स से झील भ्रमण
लेक फेस्टिवल को लेकर पर्यटन विभाग की उप निदेशक सुमिता सरोच ने दूधतलाई क्षेत्र स्थित पिछोला की पाल पर मीडियाकर्मियों से चर्चा की और फेस्टिवल आयोजन से संबधित विस्तृत जानकारी दी और लेक फेस्टिवल के व्यापक प्रचार-प्रसार में भागीदारी का आह्वान किया। उप निदेशक सरोच ने मीडियाकर्मियों के साथ झीलों में बोटिंग के दौरान आयोजन के लिए चिहिनत घाटों के बारे में बताया।