रोटरी क्लब कोरपोरेट का लिट्रेचर एक्सचेंज कार्यक्रम
udaipur. साहित्य वह ग्रन्थ होता है जो देश एंव समाज को नयी दिशा दिखाता है। वह नये समाज का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिये साहित्य का निर्माण करते समय इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिये कि वह किसी भी भाषा में लिखा गया हो लेकिन वह मूल भावनओं से हटकर न हो। वह किसी भी देश, समाज,जाति,धर्म,पन्थ की भावनाओं के साथ खिलवाड़ न करें।
रोटरी क्लब कोरपोरेट द्वारा होटल विष्णुप्रिया में आयोजित बैठक में अमेरीका के साहित्यकार एंव लेखक जेम्स बेरन ‘अशान्ति’ ने मुख्य वक्ता के रूप में उक्त विचार व्यक्त किये। बेरन द्वारा भारतीय देवदासी प्रथा पर लिखी गयी पुस्तक ‘डार्क फ्लावर्स’ के बारें में बताया कि इसमें भरतीय देवदासी प्रथा के विभिन्न रूपों का चित्रण किया गया है। कहीं उसे सीता तो कहीं उसे अमृता की उपमा दी गई है। उन्होनें बताया कि उक्त पुस्तक का निर्माण एक भारतीय लेखक की प्रेरणा से ही हो पाया।
इस अवसर पर विशिष्ठ अतिथि कला महाविद्यालय के अधिष्ठाता शरद श्रीवास्तव ने कहा कि जेम्स भारतीय नहीं होते हुए भी अपनी अंग्रेजी पुस्तक में भारतीय देवदासी प्रथा का सुन्दर चित्रण किया जो उन्हें एक अन्तर्राष्ट्रीय साहित्यकार बनाता है। लेखक ने अपनी पुस्तक में अंग्रेजी में भारतीय सभ्यता का भी शब्दों के जरिये सुन्दर चित्रांकन किया।
‘डार्क फ्लावर्स’ में अपना फोटो प्रकाशित होने के संदर्भ में रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3050 की जोन-9 की सहायक प्रान्तपाल मंजीत बसंल ने कहा कि आम तौर पर हम देवदासी प्रथा को सिर्फ एक-दो रूपों में ही जान पाये लेकिन इस पुस्तक में लेखक ने देवदासियों को अनेक उपमाओं से अलकंृत कर उनके कार्यो को नये रूपों में बताया। इससे पूर्व क्लब अध्यक्ष डॅा. प्रसून भारद्वाज ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विषयान्तर्गत अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन वर्षा पुरोहित ने किया। अन्त में सचिव चिराग मेहता ने धन्यवाद ज्ञापित किया। बैठक में सहायक प्रान्तपाल उम्मेदसिंह चौहान, श्रीमती राजेन्द्र चौहान, डी.पी.धाकड़, रोटरी क्लब हेरिटेज के सचिव दीपक सुखाडिय़ा, रोटरी क्लब एलिट के सचिव अरूण लाहोटी सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे।