उदयपुर। मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के संगीत विभाग की ओर से शनिवार को आयोजित संगीत संस्कार कार्यक्रम में विभाग के शिक्षकों ने अपनी सांगीतिक प्रस्तु्तियों से श्रोताओं का मन मोह लिया।
डा सुरभि आर्य ने हौसंला चाहिए रोने के लिए, दिल के जख्मोंत को भिगोने के लिए सुनाकर मन्त्रं मुग्धर कर दिया, वहीं डा पामिल मोदी ने फागुन महिना चार रे, होली खेल मना रे भजन से सुर सरिता प्रवाहित की। शिवांगी श्रीमाली ने राग यमन में गजल- एक मैं सोणा, एक तू सोणा सजना सुना कर समां बांध दिया। डा सुभाषिनी शर्मा ने दर्द की रागिनी मुस्कु रा कर छेड दे सुना कर खूब दाद पाई। सुमन भट्ट ने भीम पलासी में ऐ री मैं तो प्रेम दिवानी, मेरा दर्द ना जाने कोय सुनाया। यशराज गन्ध र्व ने प्रो फारूक बख्शीो की गजल जले है दर्द की शमे उधर अंधेरा है सुना कर माहौल को संगीतमय बना दिया। कार्यक्रम की अध्यूक्षता अधिष्ठागता प्रो फरीदा शाह ने की। मुख्या अतिथि प्रो सीमा मलिक, आकाशवाणी के पूर्व निदेशक माणिक आर्य तथा प्रो मीना गौर थी। संचालन डिम्पीथ सुहालका ने किया।