राजस्थान विद्यापीठ में तीन दिवसीय स्किल डवलपमेंट शिविर
उदयपुर। परिवार में एक महिला के कौशल विकास से घर की उन्नति में परिवर्तन होता हे। ज्ञान किसी भी रूप में प्राप्त किया जा सकता है। प्रत्येक महिला में दक्षता हासिल करने की शक्ति होती हैं। महिलाओं केा किसी न किसी क्षेत्र में अपनी दक्षता हासिल करनी होगी जिससे अपना एवं अपने परिवार का भरण पोषण बिना किसी आश्रित के कर सके।
ये विचार शनिवार को जनार्दनराय नागर राजस्थान विद्यापीठ के संघटक जनशिक्षण विस्तार कार्यक्रम निदेशालय के साकरोदा केन्द्र एवं सेन्ट्रल कॉपरेटिव बैंक लि. के तत्वावधान में महिलाओं के लिए तीन दिवसीय स्किल डवलपमेट शिविर के समापन अवसर पर कोटा विवि एवं एमपीयूटी के कुलपति प्रो. परमेन्द्र दशोरा ने मुख्य अतिथि पद के रूप में कही। उन्होने कहा कि शिविर में 75 वर्ष की महिला को प्रशिक्षण लेने एवं उन्हें प्रमाण पत्र देते हुए अपने आप को गौरवांवित महसूस कर रहा हूं। अध्यक्षता करते कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत ने कहा कि वर्तमान बदलते परिवेश में आवश्यकता इस बात की है कि महिला सशक्तिकरण के लिए शिक्षा को रोजगार से जोड़ना होगा तभी महिलाएं आत्म निर्भर बन सकेगी। प्रारंभ में निदेशक डॉ. मंजू मांडोत ने अतिथियों का स्वगात करते हुए बताया तीन दिवसीय कौशल विकास शिविर में आसपास गांवों की 150 महिलाओं ने भाग लिया। इन महिलाओं को सिलाई, ब्यूटी पार्लर, बंधेज एवं कम्प्यूटर का बेसिक कोर्स सिखाया गया। समारोह में विशिष्टन अतिथि कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर, सेन्ट्रल बैंक की मीना नेभनानी, मधु गोयल, बालकृष्ण शुक्ला ने भी विचार व्यक्त किए। संचालन केन्द्र प्रभारी राकेश दाधीच ने किया जबकि धन्यवाद हीरालाल चौबीसा ने दिया। समारोह में डॉ. हरीश शर्मा, डॉ. हेमशंकर दाधीच, कृष्णकांत नाहर, चितरंजन नागदा, आशीष नन्दवाना, जितेन्द्र सिंह चौहान, उमराव सिंह राणावत सहित गांव के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
समाज शिक्षण पत्रिका विमोचन – समारोह में अतिथियों द्वारा जनशिक्षण एवं विस्तार कार्यक्रम निदेशालय द्वारा प्रकाशित समाज शिक्षण का लोकार्पण किया गया।