उदयपुर। अनेकानेक शुभ संयोग से युक्त इस बार का महाशिवरात्रि पर्व सोमवार से मंगलवार प्रातः तक यहां अतिप्राचीन शिवधाम रानी रोड़ स्थित महाकालेश्वर मंदिर में पारंपरिक श्रृद्धा एवं विविध पूजानुष्ठान, भैरव प्रतिष्ठाो आदि के साथ मनाया जाएगा।
सार्वजनिक प्रन्यास मंदिर श्री महाकालेश्वर की महाशिवरात्रि महोत्सव समिति के तत्वावधान में सूर्योदय से पूर्व से ही सोमवार को भोलेनाथ के पूजानुष्ठान प्रारंभ होंगे। इसी क्रम में बाद में प्रातः 10 बजे भगवान श्री महाकालेश्वर की विशेष पूजा-अर्चना के साथ भैरव प्रतिष्ठा एवं मंदिर पर ध्वजारोहण किया जाएगा व सहस्त्रधारा अभिषेक के दर्शन होंगें। दिनभर शिवभक्तों के भजन-कीर्तन होते रहेंगे। सायं 6 महाकालेश्वर के गंगाघाट पर श्री हरिओम महिला संत्सग मंडल द्वारा महाआरती की जाएगी। तत्पश्चात 7 बजे विशाल भजन संध्या अमरनाथ सेवा समिति के तत्वावधान में होगी।
समिति अध्यकक्ष सुनील भट्ट एवं देवेन्द्र जावलिया ने बताया कि मंदिर को सजाया गया है एवं आकर्षक रोशनी व्यवस्था की गई है। यहां आने वाले करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शनार्थियों के लिए बनाई गई विभिन्न समितियों के सदस्य तत्परता से सेवा कार्य में जुटे रहेंगे।
सहस्त्र धारा रूद्राभिषेक एवं वैदिक विद्वान पंडितों द्वारा की जाने वाली शिव स्तुतियों से मंदिर गुंजायमान होता रहेगा। रात्रि में चारों प्रहर की पूजा आरती होगी। प्रन्यास अध्यक्ष तेज सिंह सरूपरिया एवं सचिव चंद्रशेखर दाधीच ने बताया कि महाशिव रात्रि पर्व को लेकर मंदिर सरंक्षक मंडल एवं तेरह विभिन्न समितियों की विशेष बैठक हुई एवं तैयारियों का जायजा लिया गया। महोत्सव समिति के प्रवक्ता महिपाल शर्मा एवं विनोद शर्मा ने बताया कि दर्शनार्थियों की सुविधार्थ यहां विशेष बेरीकेडिंग की गई है। कई शिवभक्तों ने भोले के श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद आदि वितरण के लिए अपने स्टाल सजा दिये है।