एमबी हॉस्पिटल में रोटरी मेवाड़ के साझे में नेफ्रोलोजी डे केयर सेंटर का लोकार्पण
उदयपुर। गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि उदयपुर में जितने दानदाता हैं, उतने पूरे राजस्थान में कहीं नहीं हैं। अधिकारी भी बहुत सहयोगी भाव से यहां काम करते हैं। यही कारण है कि भुवाणा और दक्षिण विस्तार योजना के लिए दो सेटेलाइट हॉस्पिटल स्वीकृत हो चुके हैं।
वे बुधवार को होली के शुभ अवसर पर एमबी हॉस्पिटल के नेफ्रोलोजी विभाग के तत्वावधान में मुख्यमंत्री निशुल्क डायलिसिस योजना के तहत रोटरी क्लब मेवाड़ की ओर से आयोजित डे केयर सेंटर के लोकार्पण के अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आरएनटी के समीप पशु चिकित्सालय की जमीन भी जल्द ही आरएनटी को मिल जाएगी। पशु चिकित्सालय अन्यत्र स्थानांतरित किया जाएगा। विभागों के मंत्रियों से इस सम्बन्ध में बात हो चुकी है। मुख्यमंत्री से मौखिक रूप से कहने पर एलिवेटेड रोड स्वीकृत हो चुका है।
उन्होंने कहा कि यहां जो विकास हुआ है वह चिकित्सकों की मरीजों के प्रति सेवा के कारण हुआ है। मरीज को संतुष्टि मिलती है तभी वह यहां आता है और फिर मशीनों, भवनों की आवश्यकता महसूस होती है और वह पूरी हो भी जाती है। सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक के लिए 60 गुना 40 के अनुपात में राशि केन्द्र सरकार से आएगी। अगले माह तक जल्द ही इसका भी भूमि पूजन करवाने का प्रयास रहेगा। उन्होंने रोटरी क्लब मेवाड़ के संरक्षक हंसराज चौधरी के प्रति भी स्नेह जताते हुए कहा कि उनका पगफेरा अच्छा है। जहां हाथ डालते हैं, काम सफल हो ही जाता है।
विशिष्ट अतिथि आरएनटी कॉलेज के प्राचार्य डॉ. डीपी सिंह ने कहा कि अब राजस्थान में सबसे बड़ा डायलिसिस सेंटर हो गया है। यह पहला इंस्टीट्यूट है जहां आईसीयू में ही डायलिसिस हो जाता है। पन्नाधाय चिकित्सालय में गायनिक नेफ्रो में भी मशीनें लगी हुई हैं जहां वहीं डायलिसिस की सुविधा है। उन्होंने बताया कि सीनियर रेजीडेंट डॉक्टर्स के लिए इंटर्न हॉस्टल की बिल्डिंग बन रही है। नए ऑडिटोरियम की भी तैयारी है। डेढ़ सौ करोड़ के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अब 150 के बजाय 250 स्टुडेंट्स आएंगे। उन्होंने कोबाल्ट मशीन के बारे मंे बताया कि उसके रिटायर होने मंे एक वर्ष ही रह गया है। उसके बाद कैंसर के मरीजों को जोधपुर या बीकानेर जाना पड़ेगा। गृहमंत्री ने उन्हें जल्द ही इस बारे में कार्रवाई का आश्वासन दिया।
नेफ्रोलोजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. मुकेश बड़जात्या ने कहा कि आज के इस नए डे केयर सेंटर से मरीजों की पेंडेंसी खत्म हो गई है। हफ्ते में दो बार डायलिसिस होने वाले 30 मरीज इससे लाभान्वित होंगे। राज्य सरकार के सहयोग से इन्फ्रास्ट्रक्चर, मशीनें आदि की सुविधा मिल गई है। नए स्ट्रक्चर के लिए 291 लाख राज्य सरकार एवं 50 लाख यूआईटी से मिले हैं। मेडिकल आईसीयू यूनिट में, गायनिक में भी काफी मरीज लाभान्वित हुए हैं। बजट में भी मुख्यमंत्री ने कहा था कि प्रत्येक हॉस्पिटल में डायलिसिस यूनिट होनी चाहिए।
एमबी हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. तरूण गुप्ता ने कहा कि नेफ्रोलोजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. मुकेश बड़जात्या काफी सक्रिय हैं। उनके बार बार काम लेकर आने से कई बार मुझे महसूस होता है कि क्या हॉस्पिटल में सिर्फ नेफ्रोलोजी विभाग ही है, यह सभी विभागों के लिए भी एक सीख है।
रोटरी क्लब मेवाड़ के संरक्षक हंसराज चौधरी ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि गायनिक नेफ्रोलोजी में भी क्लब की ओर से श्री कटारिया के हाथों ही लोकार्पण करवाया गया था। साथ ही हॉस्पिटल में एक रुपए लीटर की दर पर शुद्ध आरओ वाटर एटीएम के माध्यम से उपलब्ध कराया गया है। शहर में लगे विभिन्न वाटर एटीएम में सबसे सफल वाटर एटीएम हॉस्पिटल का है जहां प्रतिदिन हजारों लोग पानी इस्तेमाल कर रहे हैं।
इससे पूर्व कटारिया का कार्डियोलोजी के विभागाध्यक्ष डॉ. कपिल भार्गव, क्लब के पूर्व अध्यक्ष अनिल मेहता, चेतन, पीएल पुजारी, लायंस क्लब के राजेश खमेसरा, जितेन्द्रसिंह राठौड़ आदि ने उपरणा ओढ़ाकर सम्मान किया। आभार व्यक्त करते हुए रोटरी क्लब मेवाड़ के अध्यक्ष मुकेश चौधरी ने कहा कि क्लब सदैव सेवा कार्यों के लिए कृत संकल्प है। 2003 से केयर टेकर के रूप में रोटरी मेवाड़ नेफ्रोलोजी विभाग में काम कर रहा है और आगे भी करता रहेगा।